इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathee) की गोली मार कर हत्या कर दी गई. घटना का CCTV फुटेज सामने आया है. बताया गया कि 4 शूटर्स एक कार में बैठकर आए थे. राठी भी अपनी गाड़ी में थे. अपराधियों ने उन पर 40 से 50 राउंड की फायरिंग की. उनकी पार्टी के प्रवक्ता अमनदीप ने बताया कि पूर्व विधायक को जान से मारने की धमकी मिल रही थी. इससे पहले भी उन पर हमले हुए थे. अमनदीप ने कहा कि राठी के लिए सुरक्षा की मांग की गई थी लेकिन सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
'तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर..' नफे सिंह राठी को गोली मारने के बाद हमलावरों ने क्या कहा?
Nafe Singh Rathee कौन थे? जिनकी हत्या का तरीका सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर जैसा ही था. राठी पर 40 से 50 राउंड गोलियां चलाईं गईं. इस हत्या में भी गैंगस्टर Lawrence Bishnoi का नाम जुड़े होने की खबर सामने आ रही है.
इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के वक्त नफे सिंह राठी अपनी फॉर्चूनर कार में सवार थे. उनके ड्राइवर और भांजे राकेश उर्फ संजय सिंह ने इस मामले में FIR दर्ज कराई है. जिसमें 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें से चार आरोपियों के नाम नरेश कौशिक, रमेश राठी, सतीश राठी और राहुल हैं. पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर गाड़ी के नंबर को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है.
ड्राइवर संजय सिंह ने पुलिस को जो बयान दिया है उसके अनुसार, घटना के बाद अपराधियों ने ड्राइवर को धमकी देते हुए कहा कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता देना.
नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने कहा है कि जब तक FIR में दर्ज आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता तब तक वो अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. उन्होेंने अपने लिए सुरक्षा की भी मांग की है. जितेंद्र राठी के अनुसार, उनके पिता की हत्या में BJP स्थानीय नेता का हाथ हो सकता है.
नफे सिंह राठी की हत्या के तरीके की खूब चर्चा हुई. कहा गया कि उनकी हत्या का तरीका पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर जैसा ही था. मूसेवाला की हत्या मेें भी 30 राउंड फायरिंग की गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राठी की हत्या में भी लॉरेंस गैंग का नाम आ रहा है.
कौन थे Nafe Singh Rathee?राठी मूलरूप से हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के रहने वाले थे. 1996 से 2005 तक राठी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से बहादुरगढ़ सीट से विधायक रहे. वो 2 बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन और कुश्ती संघ (भारतीय स्टाइल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2009 में उन्होंने रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था.
जनवरी 2020 में इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने राठी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था.
इनेलो पार्टी का इतिहासपार्टी की स्थापना हुई, 1996 में. नाम था लोक दल (राष्ट्रीय). पार्टी की स्थापना की थी- देश के पूर्व डिप्टी प्रधानमंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल ने. इनेलो को हरियाणा में किसानों के अधिकारों और ग्रामीण विकास की वकालत करने के लिए जाना जाता है. 27 जनवरी 2021 को अभय सिंह चौटाला पार्टी से एकमात्र विधायक थे. उन्होंने मोदी सरकार द्वार किसानों की मांग नहीं मानने का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था. चौटाला ने ही राठी को पार्टी की कमान संभाली थी.
22 फरवरी को ही राठी ने अपना 66वां जन्मदिन मनाया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो इस साल होने वाले हरियाणा विधानसभा का चुनाव भी लड़ने वाले थे.
आत्महत्या केस में मिला था नोटिसराठी पर जगदीश नंबरदार की आत्महत्या केस में आरोपी बनाया गया था. जगदीश नंबरदार पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र थे. 11 जनवरी 2023 को उनकी आत्महत्या के बाद राठी और राठी के भांजे सोनू पर नंबरदार को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था. आत्महत्या के इस मामले में पिछले साल अगस्त महीने में नफे सिंह राठी को हाई कोर्ट का नोटिस मिला था.
मृतक जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार ने राठी की जमानत रद्द करने की याचिका दायर की थी. 24 जनवरी 2023 को इस मामले में राठी को अग्रिम जमानत मिली थी. सतीश नंबरदार ने राठी पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि आरोपी केस के गवाहों को धमका रहे हैं.