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म्यांमार में भूकंप से मौत का आंकड़ा 1600 के पार पहुंचा, तीसरी बार हिली धरती, भारत ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाए

Myanmar की राजधानी Naypyidaw के नजदीक शनिवार को 5.1 तीव्रता का भूकंप आया. एक दिन पहले ही म्यांमार में 7.7 तीव्रता का जबरदस्त भूकंप आया, जिसमें 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. म्यांमार के लिए अलावा Thailand में भी भूकंप का असर देखा गया.

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म्यांमार में भूकंप से 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. (AP)

म्यांमार में फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. शनिवार, 29 मार्च को म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ (Naypyidaw) के पास 5.1 तीव्रता का भूकंप आया. म्यांमार अभी 24 घंटे पहले शुक्रवार को आए दो शक्तिशाली भूकंप के झटकों से नहीं उबरा था और आज भूकंप से राजधानी दहल गई. 28 मार्च को 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे म्यांमार में भारी तबाही मची थी. म्यांमार अब तक 1600 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

USGS (यूएस जियोलॉजिकल सर्वे) के अनुसार, यह भूकंप दोपहर करीब 2.50 बजे आया. इसका केंद्र नेपीडॉ के आसपास था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी. हालांकि, इस भूकंप के कारण हुए नुकसान या हताहतों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. यह भूकंप उस क्षेत्र में आया जो पहले ही भूकंप से प्रभावित था.

नेपीडॉ में बिजली, फोन और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं. म्यांमार की सरकार और रेस्क्यू टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने और सड़क की मरम्मत के काम में लगी हुई हैं. शुक्रवार को आए भूकंप के बाद म्यांमार में भारी तबाही हुई थी. भूकंप की वजह से बिल्डिंग, पुल, ऐतिहासिक इमारतों, सड़कों और अन्य पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान हुआ. म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर मांडले (Mandalay) भी पूरी तरह से प्रभावित हुआ. इस शहर की आबादी लगभग 15 लाख है.

इंडिया टुडे ने आधिकारिक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि अब तक 1644 लोग मारे जा चुके हैं और 2,300 से ज्यादा लोग घायल हैं. म्यांमार में राहत और बचाव का काम जारी है. अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है. वहीं, USGS का अनुमान है कि म्यांमार में मरने वालों की संख्या 10,000 से ऊपर जा सकती है.

म्यांमार के अलावा पड़ोसी देश थाईलैंड में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए. बैंकॉक में एक 33 मंजिला निर्माणाधीन बिल्डिंग गिर गई, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 लोग लापता हैं. थाईलैंड में भी भूकंप की वजह से कई जगहों पर नुकसान हुआ, लेकिन वहां ज्यादा हताहत होने के मामले नहीं हैं.

भारत ने म्यांमार की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. म्यांमार में भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी है. भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत एक स्पेशल मेडिकल टास्क फोर्स को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है. लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल के नेतृत्व में 118 सदस्यीय मेडिकल टीम म्यांमार भेजी गई है. टीम एयरबोर्न एंजल्स टास्क फोर्स का हिस्सा है. जो इमरजेंसी के दौरान चिकित्सा और सर्जिकल सहायता प्रदान करने में प्रशिक्षित है. टीम के साथ राहत सामग्री और आवश्यक दवाएं भेजी गई हैं.

म्यांमार में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में 60 बेड वाला ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित किया जाएगा. इसके तहत इमरजेंसी सेवाएं दी जाएंगी. भूकंप की वजह से म्यांमार की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो गई है. ऐसे में मेडिकल ट्रीटमेंट सेंटर से काफी मदद मिलेगी. भारत वसुधैव कुटुंबकम की भावना से पड़ोसी मुल्क को आपदा के समय राहत और सहायता प्रदान कर रहा है. म्यांमार प्रशासन के साथ भारत का विदेश मंत्रालय इस मिशन में मिलकर काम कर रहा है.

 

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