हत्या के केस में फरार चल रहे आरोपी (Karnataka Lynching) पुनीत केरेहल्ली (Puneeth Kerehalli) को लेकर कई नई बातें सामने आई हैं.उसकी कुछ पुरानी तस्वीरें और वीडियो मिले हैं. ये तस्वीरें बीजेपी नेताओं के साथ हैं. पुनीत केरेहल्ली खुद को गोरक्षक बताता है. आरोप है कि पुनीत ने मवेशी ले जा रहे एक पशु व्यापारी को बुरी तरह पीटा, जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
BJP नेताओं के साथ वायरल हुईं लिंचिंग के आरोपी की फोटो, क्या है पूरा सच?
एक मुस्लिम पशु व्यापारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बेंगलुरु के सथनपुर पुलिस थाने के पास की है. बीते 31 मार्च को पशु व्यापारी इदरीस पाशा की मौत हो गई. सोमवार, 3 अप्रैल को मृतक के भाई यूनुस ने आरोप लगाया कि इदरीस को करंट लगाया गया था. भाई का कहना है कि इदरीस के शरीर पर जलने के निशान थे. उसे बुरी तरह पीटा गया था.
यूनुस ने शिकायत में बताया कि आरोपी पुनीत और उसके साथियों ने इदरीस की गाड़ी रोकी और वो 2 लाख रुपये की मांग करने लगे. इदरीस ने गाड़ी के पेपर दिखाए और पैसे देने से मना किया तो उन्होंने इदरीस पर हमला कर दिया. इदरीस के साथ दो और लोग भी थे, जो वहां से भाग गए. इधर, पुलिस सूत्रों का कहना है इदरीस को रोकने के लिए आरोपी ने स्टन गन का इस्तेमाल किया होगा. स्टन गन से बिजली का शॉक दिया जाता है.
इधर, आरोपी पुनीत का एक पुराना वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो मवेशी वाले वाहनों को रोककर एक शख्स पर स्टन गन का इस्तेमाल करता दिख रहा है. कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें पुनीत कई बड़े बीजेपी नेताओं के साथ नजर आ रहा है.
किन-किन नेताओं के साथ दिखा?आरोपी पुनीत बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या, बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा, तमिलनाडु के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई, श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक, बीजेपी के राज्य मंत्री सी एन अश्वथ नारायण और बी सी नागेश जैसे नेताओं के साथ दिखा है.

मामले पर बीजेपी प्रवक्ता एम जी महेश ने कहा,
मैं पिछले 40 सालों से बीजेपी से जुड़ा हूं. ऐसे बहुत से लोग हैं जो पार्टी के लिए काम करते हैं. मैं पुनीत केरेहल्ली के साथ पार्टी के लिंक के बारे में श्योर नहीं हूं. जांच से तथ्य सामने आने चाहिए. कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि यह स्वाभाविक मौत थी.
मुख्य आरोपी पुनीत केरेहल्ली और उसके साथी फिलहाल फरार हैं. उनके खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 341 (गलत तरीके से रोकना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना) और 324 (खतरनाक हथियारों या साधनों से चोट पहुंचाना) के तहत केस दर्ज किया गया है. पुनीत के खिलाफ पहले से कई और मामलों में FIR दर्ज हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, पुनीत पहले एक टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता था. फिर वो ड्राइवरों के यूनियन का सदस्य बना. इसी दौरान वो कुछ नेताओं के संपर्क में आया. उसने ‘धर्म की रक्षा’ से जुड़े कई अभियान भी चलाए. पिछले साल दिसंबर में ही केरेहल्ली ने undefined नाम से एक यूट्यूब चैनल भी खोला. यहां वो पशु व्यापारियों को रोकने के वीडियो पोस्ट करता है. तब से उस पर पशु व्यापारियों से पैसे वसूलने के आरोप लगते रहे हैं.
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