उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. अपने ‘नेताजी’ के निधन पर आज यूपी के इटावा जिले के सैफई गांव में मातम पसरा है. सैफई मुलायम सिंह यादव का गांव है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव की यात्रा पर जब लल्लनटॉप सैफई गांव पहुंचा था, तब वहां मुलाकात हुई थी मुलायम सिंह के छोटे भाई अभयराम से, जो राजनीति में नहीं आए.
जब छोटे भाई ने बताया, मुलायम PM बनते-बनते रहे गए थे लेकिन लालू ने गड़बड़ कर दी थी
मुलायम सिंह यादव से तीन साल छोटे अभयराम ने साल 2019 में दी लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में कई किस्से बताए थे.
मुलायम सिंह से 3 साल छोटे अभयराम ने मुलायम के साथ अपने स्कूली दिनों और मुलायम सिंह यादव के पहले चुनाव पर बात की थी. अभयराम ने अपने लिए राजनीति की बजाए खेती का काम चुना. अभयराम ने बताया कि उन्होंने गांव के ही एक स्कूल से पढ़ाई शुरू की थी. वे मुलायम से एक क्लास पीछे पढ़ते थे.
'तब चुनाव में कोई खर्चा नहीं था'अभयराम ने बताया कि बाद में किस तरह संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी (संसोपा) के नेता नत्थू सिंह मुलायम की कुश्ती और भाषण से प्रभावित हुए थे. नत्थू सिंह ने मुलायम को अपना चेला बनाकर फिर अपनी सीट से 1967 में इलेक्शन लड़ा दिया था. 1967 का चुनाव कैसा था, इस पर अभयराम ने बताया था कि तब चुनाव में इतना खर्चा नहीं होता था. उस समय एक गाड़ी थी और गांव के लोग सब साइकिल और पैदल निकले थे.
छोटे भाई शिवपाल यादव की नाराजगी और परिवार के झगड़े पर अभयराम ने कहा था कि उन्हें परिवार के झगड़े पर खराब लगा, लेकिन उन्हें ये नहीं बताया गया कि लड़ाई क्यों हुई. परिवार के झगड़े पर आगे और सवाल पूछने पर वो बोल पड़े थे,
'मुलायम प्रधानमंत्री बन ही गए थे लेकिन…'ये नहीं जानूं क्यों लड़ाई हुई. अब ये बातें मत ज्यादा पूछो.
इंटरव्यू के दौरान मुलायम के छोटे भाई ने 1996 की घटना पर भी बात की, जब मुलायम सिंह प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए थे. अभयराम ने कहा था,
वो तो लालू ने पैर खींच लिए थे. सवेरे शपथ लेना था लेकिन लालू और शरद यादव ने रात में गड़बड़ कर दी थी.
अभयराम ने कहा था कि मुलायम प्रधानमंत्री बन जाते, लेकिन पहले गड़बड़ की थी लालू यादव ने और उनके बाद बाकियों ने भी गड़बड़ कर दी.
वीडियो- लंबी बीमारी के बाद ‘धरती पुत्र’ मुलायम सिंह यादव का निधन