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मुख्तार अंसारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई, मौत की 'असल' वजह पता लगी

Mukhtar Ansari को गाजीपुर के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया. इस दौरान उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई, इसमें क्या-क्या लिखा है?

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रूपनगर के डॉक्टर ने पत्र लिखकर मुख्तार की सभी बीमारियों के बारे में जानकारी दी थी. (फोटो-इंडिया टुडे)

गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि उन्हें मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial infarction) की वजह से हार्ट अटैक आया और उसकी जान चली गई. मुख़्तार अंसारी की बांदा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी. अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन जारी करके मुख़्तार की मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताया था. (Mukhtar Ansari's postmortem report confirms heart attack)

मायोकार्डियल इंफार्क्शन क्या है?

Myocardial infarction को हिंदी की आम बोलचाल की भाषा में दिल का दौरा कहा जाता है. इसमें दिल की मांसपेशियों में होने वाले खून की आपूर्ति गंभीर रूप से कम हो जाती है या फिर उसमें बाधा पैदा होती है. अगर मरीज की नस या धमनी में खून का थक्का बन जाता है तो खून की आपूर्ति बाधित हो जाती है, जिसके कारण दिल की मांसपेशियों को ऑक्सीजन मिलनी बंद होने लगती है. इस स्थिति में जल्द ही दिल की मांसपेशियों की कोशिकाएं खत्म होने लग जाती हैं, जिससे दिल को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचता है, जो दिल के दौरे की वजह बनता है.

मुख्तार अंसारी की हार्ट हिस्ट्री

मुख्तार के परिवार ने उसे जेल में ज़हर दिए जाने का आरोप लगाया था. साथ ही शव का पोस्टमार्टम एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में कराने की मांग की थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जेल अधिकारियों ने परिवार के इस आरोप का खंडन कर दिया था. आज तक से जुड़े सिद्धार्थ गुप्ता और कुमार अभिषेक की रिपोर्ट  के मुताबिक मुख्तार अंसारी को जब 2021 में पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल शिफ्ट किया गया था तभी से हार्ट अटैक का मरीज था. जानकारी के मुताबिक रोपड़ जेल से बांदा जेल में आने के बाद जेल प्रशासन के दो डॉक्टरों की टीम उसका रोजाना चेकअप करती थी. इसके अलावा 84 बार वो जेल के बाहर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में इलाज कराने गया था.

पंजाब के रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद 6 अप्रैल 2021 को रूपनगर के डॉक्टर ने पत्र लिखकर बताया था कि मुख्तार डायबिटीज मैलिटस, हाई ब्लड प्रेशर, कोरोनरी हृदय रोग (CHD), रेडिकुलोपैथी, पीआईवीडी/एलएस/एस-1 जैसी बीमारियों से पीड़ित है. रीढ़ की हड्डी और बाएं पैर के निचले हिस्से में दर्द, और डिप्रेशन को लेकर भी उसका ट्रीटमेंट चल रहा था.

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माता-पिता की कब्र के पास दफनाया

29 मार्च को पोस्टमॉर्टम के बाद मुख्तार के पार्थिव शरीर को भारी सुरक्षा के बीच बीच बांदा से उसके पैतृक स्थान गाजीपुर ले जाया गया था. 30 मार्च को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में मुख़्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. मुख्तार को उसके माता-पिता की कब्र के पास ही दफनाया गया. इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए अंसारी के घर और कब्रिस्तान के आसपास भारी मात्रा में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था. खबर है कि कब्रिस्तान में मिट्टी देने के लिए केवल परिवार वालों को ही जाने दिया गया. बता दें कि 28 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी. जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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