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"माफिया बृजेश सिंह के खिलाफ गवाही ना हो इसलिए..." मुख्तार के बेटे ने और किसका नाम लिया?

Mukhtar Ansari के बेटे Umar Ansari ने कहा है कि Usri Chati कांड में उसके पिता की गवाही हो सकती थी. इस कांड में Brijesh Singh आरोपी हैं.

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बृजेश सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बेटे उमर अंसारी (Umar Ansari) ने बृजेश सिंह (Brijesh Singh) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 30 मार्च को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इसके बाद उमर ने बताया कि बृजेश सिंह को बचाने के लिए मुख्तार के खिलाफ साजिश रची गई.

लल्लनटॉप से बातचीत में उमर अंसारी ने कहा कि बृजेश सिंह के खिलाफ मुकदमे में मुख्तार अंसारी की गवाही ना हो पाए, इसलिए ये सब किया गया. उमर ने आरोप लगाया कि बृजेश सिंह को प्रशासन का संरक्षण मिल रहा है.

उमर ने बृजेश सिंह के अलावा कई और नाम भी लिए थे. उसने दाऊद इब्राहिम का को-एक्यूज्ड, माफिया डॉन त्रिभुवन सिंह और कई सरकारी अधिकारियों पर भी आरोप लगाया था. उमर ने कहा,

“ये किसी एक इंसान के वश की बात नहीं है. जेल में ज़हर पहुंचाना, ज़हर दिलवाना, तबीयत ज्यादा खराब ना हुई तो फिर से ज़हर दिलवाना. इसमें सबकी मिलीभगत है. और इससे लाभ होता दिख रहा है बृजेश सिंह को.”

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किस कांड में गवाह था मुख्तार?

उमर के कहा कि उसरी चट्टी कांड में उसके पिता बृजेश सिंह के खिलाफ गवाह थे. उमर ने इस बारे में कहा,

"15 जुलाई 2001 को मेरे फादर मऊ जा रहे थे. बीच में उसरी चट्टी पड़ता है. उसरी चट्टी कांड की बात कर रहे हैं. नौ लोग घायल हो गए. बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह ने एके-47 से हमला किया था. इस मामले में 22 साल बाद सात गवाहों ने स्पष्ट कहा है कि गोली चलाने वाला बृजेश सिंह ही था. अब इस मामले में मुख्तार अंसारी भी गवाही दे देते.''

उमर ने कहा कि उसरी चट्टी कांड गवाहों को तोड़ने की कोशिश की जा रहा है. उसने आरोप लगाया,

"इस मामले में जितने भी गवाह हैं, उनके ऊपर 22 साल बाद एक नया मुकदमा डाल दिया गया. और इसमें उनको आरोपी बना दिया गया. ये कोई दूसरे अपराध की FIR नहीं थी. क्राइम वही था. लेकिन एक और FIR. जिसमें पहले FIR वाले गवाहों को आरोपी बना दिया गया. एक अलग एंगल से. बृजेश को बचाने के लिए अलग स्टोरी बना रहे हैं."

Owaisi ने दिया पुरसा

इस बीच AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) मुख्तार के घर पहुंचे. उन्होंने सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर लिखा,

"आज मरहूम मुख्तार अंसारी के घर गाजीपुर जाकर उनके खानदान को पुरसा (सांत्वना) दिया. इस मुश्किल वक्त में हम उनके खानदान, समर्थक और चाहने वालों के साथ खड़े हैं."

28 मार्च को मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी. बांदा जेल में हार्ट अटैक के बाद अंसारी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बांदा मेडिकल कॉलेज ने आधिकारिक रूप से बताया कि मुख्तार की मौत कार्डियक अरेस्ट के कारण हुई है. मुख्तार के परिवार ने उसे जेल में ‘ज़हरीला पदार्थ’ देने का आरोप लगाया था. और दिल्ली AIIMS से फिर से पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी.

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