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अभिनव अरोड़ा की मां ने 7 यूट्यूबर्स के खिलाफ केस किया, बोलीं- 'लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली'

मां ज्योति अरोड़ा ने शिकायत में आरोप लगाया है कि यूट्यूबर्स बच्चे को निशाना बनाकर ऐसे कॉन्टेंट से पैसे कमा रहे हैं. ये भी दावा किया गया है कि यूट्यूबर्स “हिंदू विरोधी” हैं.

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शिकायत में यूट्यूबर्स पर निजता का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया है. (फोटो- ANI/X)

‘बाल संत बाबा’ के नाम से मशहूर 10 साल के अभिनव अरोड़ा की मां ने मथुरा की एक अदालत का रुख किया है. नाबालिग अभिनव को कथित रूप से ट्रोल करने का आरोप लगाते हुए उनकी मां ने कोर्ट में सात यूट्यूबर्स के खिलाफ याचिका दायर की है. इतना ही नहीं, अब अभिनव अरोड़ा के परिवार ने ये भी दावा किया है कि उसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है.

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए अभिनव की मां ज्योति अरोड़ा ने कहा है,

“हमें आज लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से एक मैसेज आया, जिसमें हमें धमकी दी गई कि अभिनव को मार दिया जाएगा. कल रात भी हमें एक कॉल आया था जिसे मैंने मिस कर दिया था. हमें आज उसी नंबर से एक मैसेज मिला जिसमें कहा गया कि वो अभिनव को मार देंगे.”

ज्योति ने बताया कि अभिनव तो भक्ति कर रहा है, वो कुछ ऐसा नहीं कर रहा जिसकी वजह से उसे धमकाया जाए या ट्रोल किया जाए.

अभिनव ने भी खुद जानकारी दी है कि उन्होंने इस मामले में पुलिस और कोर्ट का रुख किया है. मीडिया से बात करते हुए अभिनव ने कहा,

“मैं चाहता नहीं था कोर्ट जाना पड़े, लेकिन जाना पड़ा. जैसे भगवान राम जी का मन नहीं था खरदूषण का वध करना, लेकिन उसने इतना उत्पात मचा दिया कि उन्हें करना पड़ा. मेरी भक्ति को नकली कहा जा रहा है. मुझे लोग जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. मथुरा पुलिस से शिकायत कर दी है, कोर्ट जा रहे हैं. यूट्यूबर्स के खिलाफ शिकायत की है, जो मुझे ट्रोल कर रहे हैं, जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि पुलिस अपना काम अच्छे से करेगी.”

धार्मिक मान्यताओं का मजाक उड़ाने के आरोप

अभिनव की मां ने अपनी शिकायत में सात यूट्यूबर्स को आरोपी के रूप में नामित किया है. बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने उसकी धार्मिक मान्यताओं का मजाक उड़ाने और उसे बदनाम करने के लिए गलत तरीके से डिजाइन किया गया वीडियो अपलोड किया.

शिकायत में यूट्यूबर्स पर निजता का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया है. दावा किया गया है कि आरोपी व्यक्तियों के आचरण ने शिकायतकर्ता और उसके परिवार को आत्महत्या करने की स्थिति में ला दिया है. शिकायत में कहा गया है,

“आरोपी व्यक्तियों ने जो किया है, उससे शिकायतकर्ता के नाबालिग बच्चे को अत्यधिक भावनात्मक पीड़ा हुई है. वो शारीरिक रूप से, ऑनलाइन परेशान या अपमानित होने के डर के बिना अपने धर्म का स्वतंत्र रूप से पालन करने या अपना दैनिक जीवन जीने में असमर्थ है."

मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि यूट्यूबर्स बच्चे को निशाना बनाकर ऐसे कॉन्टेंट से पैसे कमा रहे हैं. इसमें ये भी दावा किया गया है कि यूट्यूबर्स “हिंदू विरोधी” हैं. शिकायत में कहा गया है,

"आरोपी हिंदू विरोधी तत्व हैं, और वीडियो को हिंदू धर्म की प्रथाओं और मान्यताओं के खिलाफ नफरत को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है. जिससे उसके अनुयायियों पर भी इसका असर पड़ रहा है."

शिकायत में कहा गया है कि आरोपी की हरकतें न ही केवल अपमानजनक हैं, बल्कि धार्मिक सद्भाव को बाधित करने और नफरत भड़काने का एक सुनियोजित प्रयास भी है. इसमें ये भी बताया गया है कि शिकायतकर्ता ने पहले पुलिस से भी संपर्क किया था, लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने में विफल रही.

रामभद्राचार्य ने डांटा था

इससे पहले, अभिनव अरोड़ा और जगद्गुरु रामभद्राचार्य से जुड़ा एक मामला सामने आया था. अभिनव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. इसमें वो जगद्गुरु रामभद्राचार्य के मंच पर नजर आ रहे हैं. वीडियो में जगद्गुरु रामभद्राचार्य अभिनव को डांटते दिख रहे हैं.

वीडियो वायरल होने के बाद अभिनव ने सफाई देते हुए कहा था कि ये डांट भी उनके लिए आशीर्वाद है. बकौल अभिनव, वीडियो प्रतापगढ़ का था जो डेढ़ साल पुराना है. वीडियो सामने आने के बाद अभिनव ने कहा था कि इतने बड़े संत जगदगुरु श्री रामभद्राचार्य जी ने उन्हें डांट भी दिया तो इसे देश का सबसे बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है?

वीडियो: सोशल लिस्ट: अभिनव अरोड़ा के चिकन खाने और पिता के रिव्यूज पर क्या कंट्रोवर्शियल दावे?