बांग्लादेश (Bangladesh) की अंतरिम सरकार ने कहा है कि देश में हिंदुओं पर हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus) ने कहा कि बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों को लेकर बेवजह डर फैलाया जा रहा है. अंतरिम सरकार के 100 दिन पूरे होने पर युनुस अपने देश को संबोधित कर रहे थे.
"बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया", मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना को लेकर भी बात की है
Bangladesh की अंतरिम सरकार की ओर से Mohammad Yunus ने कहा है कि उनकी सरकार Sheikh Hasina के प्रत्यर्पण की मांग करेगी. इसके अलावा उन्होंने हाल में बांग्लादेश पर हिंदुओं पर हमलों पर भी बयान दिया है.
इस दौरान उन्होंने कहा,
“जब हमने सत्ता संभाली, उस समय बांग्लादेश पूरी तरह असुरक्षित था. उस दौरान धार्मिक अल्पसंख्यकों में जानबूझ कर आतंक फैलाने की कोशिश की गई और कुछ मामलों में उन्हें हिंसा का सामना भी करना पड़ा. लेकिन ऐसी घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर प्रचारित किया गया. कुछ ऐसी घटनाएं हुईं, जो ज्यादातर राजनीतिक प्रकृति की थीं. लेकिन बांग्लादेश को अस्थिर करने के प्रयास में उन्हें सांप्रदायिक रंग दिया गया. आपके समर्थन की मदद से हम स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम हुए.”
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मोहम्मद यूनुस ने आगे कहा,
“हमारे कार्यभार संभालने के ठीक दो महीने बाद, बांग्लादेश में लगभग 32,000 पंडालों में दुर्गा पूजा मनाई गई. सरकार ने एक अतिरिक्त दिन की छुट्टी का भी आदेश दिया, जिससे उत्सव में चार चांद लग गए. हिंदू समुदाय के लोगों को बिना किसी बाधा के पूजा करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की गई. हमने हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की हर घटना की जांच की मांग की है. हम बांग्लादेश में न केवल हिंदुओं बल्कि सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं.”
अंतरिम सरकार की ओर से मोहम्मद यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करेगी. भारी विरोध के बाद अगस्त महीने में शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं. हालांकि, पिछले महीने इस मामले पर यूनुस ने अलग बयान दिया था. फाइनेंशियल टाइम्स अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की तत्काल मांग नहीं करेगी. सरकारी नौकरियों में कोटे के मामले पर बांग्लादेश में हसीना के खिलाफ उग्र हिंसा भड़क गई थी.
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