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'मेटा ने बगैर मंजूरी बच्चों की... ', अमेरिका में कंपनी पर बहुत बड़े आरोप लगे हैं

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की दिग्गज कंपनी मेटा पर अमेरिका में केस चल रहा है. आरोप है कि उसने जानबूझकर अपने प्लेटफॉर्म्स को बच्चों के लिए एडिक्टिव बनाया. इसके अलावा एक और बड़ा आरोप लगा है? मामला कोर्ट पहुंच गया है.

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फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा के खिलाफ अमेरिका में शिकायत (सांकेतिक तस्वीर: आजतक)

फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा के खिलाफ 33 अमेरिकी राज्यों ने नई शिकायत दायर की है. इसमें कहा गया है कि कंपनी को साल 2019 से इंस्टाग्राम (Instagram) पर 13 साल से कम उम्र के यूजर होने की 11 लाख से ज्यादा रिपोर्टें मिली थीं. इसके बावजूद कंपनी ने सिर्फ कुछ ही अकाउंट को डिसएबल किया. इसके अलावा माता-पिता की मंजूरी के बगैर बच्चों की लोकेशन और ईमेल जैसी निजी जानकारियां जुटाना जारी रखा. ये अमेरिका में बच्चों की ऑनलाइन प्राइवेसी प्रोटेक्शन एक्ट (Children’s Online Privacy Protection Act) का उल्लंघन है.

अमेरिका में मेटा के खिलाफ केस

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये जानते हुए भी कि लाखों इंस्टाग्राम यूजर्स 13 साल से कम उम्र के हैं, कंपनी इस बात को पब्लिक में लाने से बचती रही. बता दें कि कम से कम 33 अमेरिकी राज्यों ने बीते महीने अक्टूबर में मेटा के खिलाफ कोर्ट केस किया. सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा पर आरोप है कि उसने जानबूझकर अपने प्लेटफॉर्मों को बच्चों के लिए एडिक्टिव बनाया. इंस्टाग्राम और फेसबुक पर युवाओं को गलत तरीके से फंसाया. 

आरोप है कि मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म इस तरह डिजाइन किए, जो किशोरों को 'आवेग, साथियों के दबाव और संभावित रूप से हानिकारक जोखिम भरे व्यवहार के प्रति संवेदनशील' बनाता है. शिकायत के मुताबिक मेटा ने जानबूझकर फेसबुक और इंस्टाग्राम को लत वाले फीचर्स के साथ बनाया है, जो युवा यूजर्स को नुकसान पहुंचाते हैं.

मेटा के खिलाफ दायर की गई नई शिकायत में कंपनी के इंटरनल ईमेल, चैट और प्रेजेंटेशन का हवाला दिया गया है. इसके आधार पर कहा गया है कि कंपनी इस बात से वाकिफ थी कि उसके लाखों यूजर्स 13 साल से कम उम्र के बच्चे हैं. शिकायत में ये भी कहा गया है कि कंपनी ने ऐसे तरीके मुहैया कराए, जिससे 13 साल से कम उम्र के यूजर्स भी झूठ बोलकर अपना इंस्टाग्राम अकाउंट बना सकें.

आरोपों पर मेटा ने क्या कहा?

वहीं मेटा की ओर से कहा गया है कि उसने किशोरों के लिए ऑनलाइन अनुभवों को सुरक्षित और उनकी उम्र के हिसाब से बनाने के लिए एक दशक तक काम किया है. कंपनी ने कहा कि इंस्टाग्राम इस्तेमाल करने की शर्तें 13 साल से कम उम्र के यूजर्स को प्रतिबंधित करती हैं. कंपनी के मुताबिक अंडर-एज वाले अकाउंट्स की पहचान होने पर उनके पास ऐसे अकाउंट को हटाने के उपाय भी मौजूद हैं. 

इस पूरे मामले पर मेटा ने सफाई दी है कि राज्यों की शिकायत में उनके कामों को गलत तरीके से पेश किया गया है.

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