The Lallantop

दिल्ली-पुणे में म्याऊं-म्याऊं ड्रग्स का साम्राज्य जमा रहा था इंडिया का 'पाब्लो एस्कोबार'

पुलिस के मुताबिक Meow Meow Drugs रैकेट का मास्टरमाइंड बिहार का मूल निवासी है और ब्रिटिश नागरिक है. लैटिन अमेरिका के ड्रग लॉर्ड Pablo Escobar की तरह ये भारत में खास तरह के नशे का कारोबार फैला रहा था.

post-main-image
पुलिस मामले की जांच कर रही है. (सांकेतिक तस्वीर: इंडिया टुडे)

पिछले कुछ दिनों से पुलिस मेफेड्रोन ड्रग्स की तलाशी (mephedrone drug bust) के लिए पुणे और दिल्ली में छापेमारी कर रही थी. इस छापेमारी में पुलिस को अब तक 1800 किलो मेफेड्रोन मिला है. इस प्रतिबंधित ड्रग का प्रचलित नाम है- ‘म्याऊं-म्याऊं’ (meow meow drug). जब्त किए गए मेफेड्रोन की अनुमानित कीमत 3700 करोड़ रुपए बताई जा रही है. पुलिस जांच में इस ड्रग रैकेट के पीछे एक भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक के होने की जानकारी मिली है.

इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े सुशांत कुलकर्णी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को जिस शख्स पर शंका है उसकी गिरफ्तारी 2016 में भी हुई थी. तब डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने 2016 में पुणे में मेफेड्रोन की एक बड़ी खेप पकड़ी थी. इसी मामले में संदिग्ध की गिरफ्तारी हुई थी. उसे यरवदा सेंट्रल जेल में रखा गया था. कथित तौर पर इसी जेल में संदिग्ध ने कुछ सहयोगियो को चुना था. पुलिस के अनुसार, इन्हीं सहयोगी के साथ मिलकर संदिग्ध ‘म्याऊं-म्याऊं’ का रैकेट चला रहा था.

पुलिस जांच में पता चला है कि इस ड्रग का उत्पादन दौंड के कुरकुंभ के एक रासायनिक कारखाने से किया जा रहा था.

ये भी पढ़ें: 2 करोड़ प्रति किलो बिकने वाले 'म्याऊं-म्याऊं' ड्रग के बारे में जान लीजिए

पुणे के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने 22 फरवरी को बताया कि इस मामले का फास्ट ट्रैक से निपटारा करने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि एक कूरियर एजेंसी की मदद से मेफेड्रोन के खेप को भारत से लंदन भेजा जा रहा था. अब इस मामले में सबूत इकट्ठा किया जा रहा है ताकि ये पता लगाया जा सके कि ये कितने समय से हो रहा था. कुमार के मुताबिक, इस मामले का मास्टरमाइंड बिहार का मूल निवासी है और ब्रिटिश नागरिक है. नेटफ्लिक्स (Netflix) की मशहूर सीरिज नार्कोस (Narcos) का लीड और लैटिन अमेरिका का कुख्यात ड्रग लॉर्ड (Drug Loard) पाब्लो एस्कोबर (Pablo Escobar) भी ऐसे ही कोलंबिया से ड्रग्स तैयार करके संयुक्त राज्य अमेरिका (colombia to us drug route) के मियामी और दूसरे शहरों में भेजा करता था.

उन्होंने आगे बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि ये संदिग्ध व्यक्ति दूसरे देश भाग गया था. फिर जब इस मामले में कार्रवाई शुरू हुई तो पता चला कि वो वहां से भी किसी अन्य देश में भाग गया. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

जांच में शामिल अधिकारियों के हवाले से एक्सप्रेस ने लिखा कि दिल्ली में छापेमारी की कार्रवाई पूरी कर ली गई है. जब्त किए गए ड्रग्स को पुणे भेज दिया गया है. सांगली में भी तलाशी अभियान को पूरा कर लिया गया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) समेत केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल होंगी और संदिग्धों से पूछताछ करेंगी.

वीडियो: ड्रग्स सांप...एल्विश यादव की पार्टी में क्या-क्या होता है? दोस्त ने सब बताया