
युद्ध के दौरान लक्ष्मण के पास इंद्रजीत मेघनाद.
1971 में फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से एक्टिंग में ग्रैजुएट होने के बाद विजय ने बॉलीवुड में कदम रखा. कम समय में ही वो काफी पॉपुलर हो गए. उन्होंने अपने करियर में रीना रॉय, आशा पारेख, शबाना आज़मी और मौसमी चैटर्जी समेत तकरीबन सभी मशहूर हीरोइनों के साथ काम किया. 35 से ज़्यादा बड़ी फिल्मों में नज़र आए. कभी लीड रोल में, तो कभी सपोर्टिंग रोल में. इनके करियर में छोटी-बड़ी-रीजनल, हर तरह की फिल्मों की कुल संख्या 50 के पार बताई जाती है.

अपने शुरुआती दिनों में विजय अरोड़ा.
लोगों ने जानना शुरू किया 1973 में आई फिल्म 'यादों की बारात' से. इस फिल्म में धर्मेंद्र ने लीड रोल किया था. फिल्म के सबसे हिट और अब ऑलटाइम क्लासिक्स में गिने वाले गाने 'चुरा लिया है तुमने' गाने में विजय, ज़ीनत अमान के साथ नज़र आए थे. अगर वो रामायण में काम नहीं भी करते, तब भी उन्हें भूल जाना आसान नहीं था. खैर, 'यादों की बारात' वही फिल्म थी, जिसे आमिर खान के चाचा नासिर हुसैन ने डायरेक्ट किया था. और इस फिल्म में आमिर बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नज़र आए. ये उनकी पहली फिल्म थी.
'चुरा लिया' गाना आप नीचे देख सकते हैं. इस वीडियो में बो-टाई के साथ ब्लैक सूट में जो बंदा नज़र आ रहा है, वो विजय अरोड़ा ही हैं-
लुक्स और परफॉरमेंस की वजह से विजय की तुलना उस समय के सुपरस्टार राजेश खन्ना से होती थी. दोनों ने 'अनुराग' (1972), 'रोटी' (1974) 'निशान' और 'सौतन' (1983) जैसी फिल्मों में साथ काम किया था. एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना से इंडस्ट्री में उनकी रिप्लेसमेंट के बारे में पूछा गया. यानी उनकी नज़र में वो कौन है, जो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उनकी जगह ले सकता है. तब राजेश खन्ना ने विजय अरोड़ा का नाम लिया था. लेकिन धीरे-धीरे विजय के किरदारों की लंबाई घटने लगी और फिर काम मिलना ही बंद हो गया.

अपनी पत्नी और बेटे के साथ विजय अरोड़ा.
ठीक इसी समय विजय को रामानंद सागर और उनके बेटे प्रेम सागर ने 'रामायण' ऑफर की. तब फिल्मों से टीवी वाला क्रॉस ओवर इतना भी आसान नहीं था. रेपुटेशन वगैरह वाला झोल-झाल हुआ करता था. लेकिन विजय मेघनाद का कैरेक्टर प्ले करने के लिए मान गए. और उसी वजह से आज अपनी मौत के 13 साल बाद भी याद किए जा रहे हैं. इसके अलावा वो श्याम बेनेगल डायरेक्टेड टीवी शो 'भारत एक खोज' के भी कुछ-एक एपिसोड्स में दिखाई दिए. फिर आया एक्टिंग करियर में एक लंबा गैप. इस दौरान विजय ऐड फिल्में और टीवी सीरियल्स प्रोड्यूस करने लगे. करियर के आखिरी फेज़ में वो दोबारा से एक्टिंग में एक्टिव हो गए थे. लेकिन मज़ा नहीं आया. 2007 में उनकी कैंसर से डेथ हो गई. विजय तब 62 साल के थे.
वीडियो देखें: अरविंद त्रिवेदी 'रामायण' में रामानंद सागर से कोई और किरदार की मांग करने आए थे!