पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh), पूर्व पीएम नरसिम्हा राव (PV Narsimha Rao) और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन (MS Swaminathan) को मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस फैसले का स्वागत किया है. हालांकि मायावती ने बसपा के संस्थापक और दिग्गज दलित नेता कांशीराम के लिए भी भारत रत्न की मांग कर दी है.
नए 'भारत रत्नों' पर क्या बोलीं सोनिया गांधी? मायावती ने एक और भारत रत्न मांगा
मोदी सरकार इस साल 5 भारत रत्न घोषित कर चुकी है. एमएस स्वामीनाथन, नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह से पहले दो और नाम भी सामने आए थे. सरकार ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को ये सम्मान देने का एलान किया था.

सरकार के इस फैसले के बाद मीडिया ने सोनिया गांधी का रिएक्शन पूछा. वे जब संसद से बाहर रही थीं उसी समय पत्रकारों ने इन तीनों शख्सियतों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलने पर सवाल किया. सोनिया गांधी ने इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहा, केवल इतना कि वे इसका स्वागत करती हैं.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने भी केंद्र के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने 'X' पर लिखा,
"वर्तमान बीजेपी सरकार में जिन भी हस्तियों को भारतर रत्न से सम्मानित किया गया है उसका स्वागत है, लेकिन इस मामले में खासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार और उपेक्षा करना कतई उचित नहीं. सरकार इस ओर भी ज़रूर ध्यान दे. बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को लम्बे इंतजार के बाद वीपी सिंह की सरकार ने भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया. उसके बाद दलित और उपेक्षितों के मसीहा मान्यवर कांशीराम जी का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं. उन्हें भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाए."
वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने इस फैसले को राजनीति से जोड़ा. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुणाल घोष ने कहा,
“पार्टी भारत रत्न की घोषणाओं पर बाद में आधिकारिक तौर पर टिप्पणी करेगी. मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. लेकिन क्या नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने के पीछे कोई राजनीति है? गांधी परिवार और दिवंगत नरसिम्हा राव के बीच एक बड़ा अंतर था. क्या मोदी सरकार उस पर खेलने की कोशिश कर रही है?”
वहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा,
तेलंगाना के नेताओं ने भी जताई खुशी“पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और डॉ एमएस स्वामीनाथन भारत के रत्न थे, हैं और हमेशा रहेंगे. उनका योगदान अभूतपूर्व था. जिसका हर भारतीय सम्मान करता है. लेकिन मोदी सरकार डॉ स्वामीनाथन फ़ॉर्मूले पर किसानों को MSP पर कानूनी दर्जा दिए जाने पर चुप है. प्रधानमंत्री मोदी की जिद से 700 किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए. आज भी किसान दिल्ली कूच के लिए तैयार बैठे हैं.”
भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने एमएस स्वामिनाथन को भारत रत्न मिलने पर खुशी जताई. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना के पूर्व सीएम ने कहा,
“धरती के पुत्र नरसिम्हा राव को भारत रत्न देना तेलंगाना के लोगों का सम्मान है.”
केसीआर ने बीआरएस की मांग का सम्मान करते हुए पीवी नरसिंह राव को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए केंद्र को धन्यवाद दिया.
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मोदी सरकार इस साल 5 भारत रत्न घोषित कर चुकी है. एमएस स्वामीनाथन, नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह से पहले दो और नाम भी सामने आए थे. सरकार ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को ये सम्मान देने का एलान किया था.
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