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मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को BSP के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया, वजह भी बताई

मायावती ने बताया कि 'पूरी तरह से परिपक्व' होने तक आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और उनके उत्तराधिकारी होने की दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.

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मायावती ने बीते साल दिसंबर में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. (फाइल फोटो: PTI)

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार, 7 मई की रात पार्टी से जुड़ी अहम फैसले की जानकारी दी. मायावती ने बताया कि उनके भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर पद से हटाया जा रहा है. मायावती ने कहा कि उन्होंने आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन पार्टी के हित में उन्हें दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है. 

मायावती ने X पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा,

“विदित है कि BSP एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी आंदोलन है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.”

उन्होंने आगे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाने की जानकारी देते हुए लिखा,

"इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन पार्टी व आंदोलन के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है."

मायावती ने आगे बताया कि आकाश आनंद के पिता आनंद कुमार पार्टी में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह की निभाते रहेंगे. 

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आकाश आनंद, मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. आकाश की स्कूलिंग गुरुग्राम से हुई है. बाद में उन्होंने लंदन से मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) किया. राजनीति में आकाश की एंट्री साल 2017 में हुई थी, जब वो सहारनपुर रैली में पहली बार मायावती के साथ मंच पर दिखे थे. पिछले लगभग 7 सालों में आकाश की सक्रियता पार्टी में बढ़ती रही है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 10 दिसंबर को मायावती ने 28 साल के आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था. 

आकाश आनंद हाल ही में तब चर्चा में आए, जब उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया. ये कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा एक चुनावी रैली में आकाश आनंद के भाषण पर संज्ञान लेने के बाद हुई. इस रैली में उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार की तुलना कथित तौर पर ‘तालिबान’ से की थी.

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