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सरकारी गाड़ी में कुत्ता घुमा रहा था अधिकारी, पत्रकार ने फोटो ली तो हाथ मरोड़ा, गाली दी

आरोप है कि फोटो खींचे जाने पर अधिकारी भड़क गया और गाड़ी से निकलकर दीपक के साथ गाली गलौच करने लगा.

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वायरल वीडियो से लिया गया स्क्रीनग्रैब (Credit: Twitter)

सोशल मीडिया पर मथुरा (Mathura Viral Video) का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शख्स खुद को SDM बताते हुए, दूसरे शख्स का हाथ पकड़ कर बहस करते हुए नजर आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तथाकथित SDM जिस शख्स का हाथ पकड़े हुए है, वो पत्रकार है. आरोप है कि पत्रकार ने खुद को SDM बता रहे शख्स की फोटो खींच ली थी, जिसमें वो सरकारी गाड़ी में कुत्ते को बिठाए हुए दिख रहा है.

वायरल वीडियो में क्या है?

आजतक की खबर के मुताबिक वीडियो में हाफ पैंट पहने दिख रहा शख्स मथुरा नगर निगम में सहायक नगर आयुक्त के पद पर तैनात है. शख्स सिविल लाइन्स इलाके में सरकारी गाड़ी में कुत्ते को घुमा रहा था. तभी पत्रकार दीपक ने उसकी फोटो खींच ली. आरोप है कि फोटो खींचे जाने पर अधिकारी भड़क गया और गाड़ी से निकलकर दीपक के साथ गाली गलौच करने लगा. 

वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारी पत्रकार का हाथ मरोड़कर बहस कर रहा है. वहीं मामले को लेकर पत्रकार दीपक ने आरोप लगाया, 

"अधिकारी ने पद का रसूख दिखाया. मेरे साथ बदतमीजी की. मुझसे ID कार्ड दिखाने के लिए कहा और पुलिस बुलाने की धमकी भी दी. बीच सड़क पर यह सब ड्रामा होते देख लोगों की भीड़ जमा हो गई. भीड़ में से ही किसी शख्स ने ये वीडियो बना ली. वहीं खुद को SDM बताने वाले शख्स से दोबारा पूछने पर उसने बताया कि, वो नगर निगम में सहायक नगर आयुक्त के पद पर तैनात है और उसका नाम राजकुमार मित्तल है."

वायरल वीडियो देख भड़के लोग

अब वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है तो लोगों की प्रतिक्रिया भी आनी थी. लोग वीडियो में दिख रहे अधिकारी पर भड़क रहे हैं. जहां एक ट्विटर यूजर भानू प्रताप सिंह ने लिखा, 

"ये SDM भी नहीं है, सहायक नगर आयुक्त हैं. पैसे की गर्मी ज्यादा हो गई है."


एक और श्यामजी तिवारी ने लिखा,

“सवाल पूछने पर पत्रकार होने का प्रमाण भी देना पड़ेगा. मथुरा में SDM साहब सरकारी गाड़ी में कुत्ता घुमा रहे थे.”

अर्जुन गुप्ता ने लिखा, 

“सरकारी गाड़ी में घुमा रहे थे कुत्ता, पत्रकार ने ली फोटो तो हाथ पकड़ भिड़ गए. वीडियो हो रहा है जमकर वायरल. सरकारी गाड़ी पर अधिकारी का मालिकाना हक हो जाता है. सरकारी काम के साथ निजी कार्य के लिए भी उपयोग (गाड़ी) करते हैं.”

खबर लिखे जाने तक मामले को लेकर प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी. 

(आपके लिए यह स्टोरी हमारे साथ इंर्टनशिप कर रहे आर्यन ने लिखी है)

वीडियो: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पुलिस की थ्योरी को नकारते भी हैं और लाठियों की बारिश की वजह भी पूछते हैं.