फिल्म की कहानी
एक लड़का है रघु. बढ़े हुए बाल, माथे पर एक बैंड और कपड़े अतरंगी. ये उसकी वेशभूषा है. काम- मारपीट करना. वजह- नहीं पता. शायद रघु को भी नहीं. उसे अचानक से एक लड़की दिखती है और उसको लव एट फर्स्ट साइट हो जाता है. इन दोनों का प्यार परवान चढ़ता है और बात शादी तक पहुंच जाती है. फिर एंट्री होती है फिल्म के विलेन विष्णु की. वो बौना है लेकिन उसके भौकाल में कोई कमी नहीं है. रघु विष्णु के लिए काम करता है. लेकिन रघु को लड़की के चक्कर में पड़ते देख विष्णु फायर हो जाता है. वो दोनों को दूर करने की तमाम कोशिश करता है लेकिन कुछ हो नहीं पाता. ट्रेलर के आखिरी सीन में दिखता है कि रघु खुद ही अपनी गर्लफ्रेंड/ पत्नी को गोली मार देता है. इंट्रेस्टिंग बात पता है क्या, इतना सब कुछ ट्रेलर में ही पता चलता है.

फिल्म के एक सीन में फिल्म का हीरो रघु यानी सिद्धार्थ मल्होत्रा.
ट्रेलर का फील
'मरजावां' के ट्रेलर को देखते हुए लगता है कि फिल्म नहीं मुशायरा चल रहा है. 'मैं मारूंगा मर जाएगा, दोबारा जन्म लेने से डर जाएगा', 'बगावत के लिए इजाज़त की ज़रूरत नहीं, रोक सकें शेर को इतनी तुम कुत्तों में ताकत नहीं'. मतलब ऐसे कौन बात करता है. और हमने तो सिर्फ इक्के-दुक्के बताए हैं, ट्रेलर देखो कान लहूलूहान न हो जाए, तो कहना. फिल्म की कहानी एक रेगुलर बॉलीवुड लव स्टोरी के आस पास भी नहीं पहुंच पाती क्योंकि वो उसे झेलना में ज़्यादा आसानी होती. साथ में फर्जी के एक्शन सीन्स, जो साउंड इफेक्ट की वजह से और बुरे लगते हैं. एक सीन में तो सिद्धार्थ का मुक्का मिस हो जाता है, लड़के फिर भी हवा में उछल जाते हैं. हीरोइन का काम बस इतना है कि वो प्रेम में पड़ने के बाद खामखा के कुछ सिग्नेचर स्टेप्स करती है. और ट्रेलर में ही फिल्म का सबसे बड़ा स्पॉयलर साबित होती है. विलेन वाले किरदार से थोड़ी बहुत उम्मीद रहती है लेकिन ट्रेलर के खत्म होते-होते वहां भी मामला माइनस में चला जाता है. कुल मिलाकर ये ट्रेलर काफी निराशाजनक है.

ये वही सीन है जब बिना मुक्का लगे बंदा आसमान की ऊंचाइयों में पहुंच गया था.
कौन-कौन काम कर रहा है?
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने 'जबरिया जोड़ी' से बता दिया था कि उनकी नज़र कॉन्टेंट से ज़्यादा बॉक्स ऑफिस नंबर्स पर है. इस फिल्म में 'रघु' के किरदार के साथ वो अपने इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं. 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' से अपना फिल्मी डेब्यू करने वाली तारा सुतारिया ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो एक्टिंग करने नहीं हीरोइन बनने आई हैं. हिंदी फिल्म हीरोइन. वहीं 'एक विलेन' में सिद्धार्थ के साथ काम करने के बाद रितेश देशमुख को इस फिल्म में भी वो बात नज़र आई, जो शायद उनकी कॉमेडी हीरो वाले इमेज को धो सकती है. कहने को तो वो अपने करियर का सबसे अलग रोल कर रहे हैं. क्योंकि इस फिल्म में उनका किरदार बौना है. फिल्म के एक गाने और कुछ सीन्स में रकुल प्रीत सिंह भी नज़र आ रही हैं. इन सब लोगों के साथ रवि किशन और शाद रंधावा जैसे एक्टर्स भी इस फिल्म में काम कर रहे हैं.

फिल्म की हीरोइन, जिन्हें ट्रेलर में बस हीरो की लव इंट्रेस्ट के रोल में इंट्रोड्यूस करवाया गया है. ये रोल तारा सुतारिया कर रही हैं.
किन्होंने बनाई है?
'मरजावां' को डायरेक्ट किया है मिलाप ज़ावेरी ने. पिछले साल आई जॉन अब्राहम की 'सत्यमेव जयते' भी इन्होंने ही डायरेक्ट की थी. इन्हें याद किया जाता है फिल्म 'कांटे' (2002) के डायलॉग्स के लिए. इसके अलावा मिलाप ने 'शूटआउट एट वडाला' (2013), ‘मैं'तेरा हीरो’, ‘एक विलन’ (2014) जैसी फिल्मों के भी डायलॉग्स लिखे हैं. बतौर फिल्म राइटर वो ‘मस्ती’ (2004) और ‘हाउसफुल’ (2010) जैसी फिल्मों के स्क्रीनप्ले लिख चुके हैं. डायरेक्शन में मिलाप का डेब्यू हुआ 2010 में आई फिल्म ‘जाने कहां से आई है’ से, जो कहां गई किसी को नहीं पता चला. लेकिन मिलाप के काम को देखकर लग रहा है कि उन्हें रियलाइज़ नहीं हो रहा कि 'कांटे' को रिलीज़ हुए 17 साल बीत चुके हैं. और इस दौरान ज़माना और फिल्म देखने वाली ऑडियंस दोनों ही बदल गई है.

ये रहा फिल्म का बौना लेकिन भौकाली विलेन विष्णु उर्फ रितेश देशमुख.
कब आ रही है?
पहले पोस्टर के साथ 'मरजावां' की रिलीज़ डेट 2 अक्टूबर, 2019 बताई गई थी. लेकिन इस दिन रिलीज़ के लिए 'वॉर' अनाउंस हो गई. अगले पोस्टर के साथ फिल्म की रिलीज़ डेट 22 नवंबर बताई गई. लेकिन ताजा खबर ये है कि 'मरजावां' फाइनली 8 नवंबर को थिएटर्स में लग रही है. इस दिन दो और फिल्में रिलीज़ होनी हैं, जिनकी अब तक कोई खोज-खबर नहीं है. नील नीतिन मुकेश की 'बाईपास रोड' और विधु विनोद चोपड़ा के डायरेक्शन में बनने वाली 'शिकारा- अ लव लेट फ्रॉम कश्मीर'.
फिल्म 'मरजावां' का ट्रेलर आप यहां देख सकते हैं:
वीडियो देखें: सांड की आंख ट्रेलर का निशाना बोर्ड पर नहीं हम पर है