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मुस्लिम लड़की से प्यार करने वाले दलित युवक की निर्मम हत्या, बवाल इतना बढ़ा धारा 144 लगानी पड़ी

हिमाचल प्रदेश के चंबा का मामला, गुस्साई भीड़ ने आरोपी का घर फूंक दिया

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हिमाचल में युवक मनोहर लाल (बाएं) की हत्या पर बवाल हो गया है (फोटो- आजतक/ट्विटर)

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में दलित (Dalit) युवक की हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है. 22 साल के मनोहर लाल की हत्या (Manohar Lal Murder) के बाद शव के टुकड़े बोरी में डालकर नाले में बहा दिए गए. मामला चंबा (Chamba) जिले के सलूनी का है. कहा जा रहा है कि मनोहर किसी मुस्लिम (Musim) लड़की से प्यार करता था. पुलिस को शक है ये मामला ऑनर किलिंग का है. मामले पर जमकर हंगामा हो रहा है जिसके बाद सलूनी में धारा 144 लागू कर दी गई है.

इंडिया टुडे से जुड़े मनजीत सहगल ने मामले पर रिपोर्ट तैयार की है. हत्या का मुख्य आरोपी मुस्लिम लड़की का पिता शरीफ मोहम्मद है. पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों में नाबालिग मुस्लिम लड़की के चाचा मुसाफिर हुसैन और चाची फरीदा भी शामिल हैं. मुस्लिम लड़की, दो लड़कों और तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

जांच के दौरान पुलिस को मोहम्मद के बैंक खातों से दो करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन मिला है.

पुलिस ने क्या बताया?

मनोहर लाल 6 जून को लापता था. 9 जून को भारतीय रिजर्व बटालियन के कुछ जवानों को इलाके में गश्त के दौरान मनोहर का शव मिला. पुलिस ने बताया कि उसके शरीर के आठ टुकड़े कर कुछ पत्थरों के नीचे छिपा दिया गया था. लड़की के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर मनोहर को अपने घर बुलाया और पीट-पीटकर हत्या कर दी.

हत्या के बाद से जिले में एक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. स्थानीय लोग पूरे परिवार की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. खबर है कि गुरुवार, 15 जून को करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने भंडाल गांव में हत्या के मुख्य आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया. भीड़ ने पुलिस अधिकारियों के वाहनों पर भी हमला किया. सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. 

इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है जिसके चलते धारा 144 लागू की गई है. एहतियात के तौर पर इलाके के आसपास के सभी स्कूलों को सात दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थिति कंट्रोल में है. बाहरी लोगों की इलाके में एंट्री पर रोक लगा दी गई है.

इस बीच बीजेपी ने मामले में NIA जांच की मांग की है. पार्टी का आरोप है कि हत्या के मुख्य आरोपी से 1998 में सतरंडी-कलाबन नरसंहार के संबंध में पूछताछ की गई थी. 

वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और लोगों से एकता, सद्भाव और शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने गुरुवार, 15 जून को जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल मीटिंग भी की. उन्होंने सभी से अपने-अपने जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया. सुक्खू ने कहा है कि हत्या के आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

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