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मणिपुर में 2 बच्चों समेत तीन लोगों की लाश मिली, मैतेई परिवार के लापता सदस्य होने की संभावना

मणिपुर में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में 11 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद 12 नवंबर को दो मैतेई समुदाय के लोगों के शव मिले थे. जबकि मुठभेड़ के बाद से 6 लोग लापता थे.

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मणिपुर में मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मी सर्च ऑपरेशन करते हुए. (फाइल फोटो- PTI)

मणिपुर में 2 बच्चों और एक महिला की लाश बरामद हुई है. ज़्यादा संभावना कि ये मैतेई समुदाय के हैं. ये उन 6 लोगों में से हो सकते हैं, जिन्हें कुछ दिनों पहले जिरीबाम के कैंप से अगवा किया गया था. फिर उनकी फोटो रिलीज़ कर दी गई थी. हालांकि परिवार वालों ने अभी बॉडी की पहचान नहीं की है. ये लाशें जिरी नदी में बहती दिखीं.

तीनों शवों को जिरमुख से निकाला गया

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, असम पुलिस ने पुष्टि की है कि मणिपुर में बरामद हुई तीनों लाशों को सिलचर मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. अखबार ने एक अधिकारी का बयान छापा है. इसके मुताबिक, पुलिस को नदी में शव तैरते देखे जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद असम राइफल्स के जवानों ने उन्हें बाहर निकाला.

जिस जगह से इन शवों को निकाला गया है, उस जगह को जिरीमुख कहा जाता है. यहां जिरी नदी बराक नदी से मिलती है. अधिकारियों के मुताबिक, परिवार के सदस्यों ने अभी तक शवों की पहचान नहीं की है, लेकिन उनके विवरण लापता हुए 6 लोगों में तीन से मेल खाते हैं.

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मुठभेड़ के बाद से 6 लोग थे लापता

मणिपुर में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में 11 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद 12 नवंबर को दो मैतेई समुदाय के लोगों के शव मिले थे. इनकी पहचान 63 साल के लैशराम बालेन सिंह और 71 साल के माईबाम केशो सिंह के रूप में हुई थी. जबकि मुठभेड़ के बाद से 6 लोग लापता थे.

बता दें, मणिपुर में 11 नवंबर को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 11 हथियारबंद उग्रवादियों को मार गिराया था. ये उग्रवादी जिरीबाम जिले के बोरोबेकरा इलाके में एक पुलिस स्टेशन पर हमला करने आए थे. उग्रवादियों ने जिरीबाम के CRPF कैंप पर हमला कर दिया था. इस हमले में CRPF का एक जवान गंभीर रूप से घायल हुआ था.

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