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मणिपुर: कैंप में सो रहे थे IRB जवान, उग्रवादियों ने पहाड़ी से रॉकेट दाग दिए, CDO शहीद

Manipur के Moreh में उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से IRB के जवानों पर हमला किया. उन्होंने सुरक्षा बलों पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड दागे और गोलियां भी चलाईं. इस दौरान कैसे असम राइफल्स की सूझबूझ से अन्य IRB जवानों की जान बची?

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उग्रवादियों ने ऊंची जगह से सुरक्षाकर्मियों पर रॉकेट दागे (फोटो सोर्स- इंडिया टुडे)

मणिपुर के मोरेह इलाके में सुरक्षा बलों और हथियारबंद उग्रवादियों के बीच ताजा गोलीबारी की घटना में एक अधिकारी की मौत (cdo killed in attack manipur)हो गई है. इंडिया टुडे नॉर्थ ईस्ट ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बदमाशों ने एमा कोंडोंग लैरेम्बी देवी मंदिर के पास सोते वक़्त IRB (इंडिया रिजर्व बटालियन) के जवानों पर हमला कर दिया. जिसमें IRB के एक CDO की मौत हो गई है, जबकि एक अन्य जवान घायल हो गया है(Manipur security officer killed in Moreh).

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घात लगाकर किया हमला

सूत्रों के मुताबिक, 17 जनवरी की सुबह करीब 4 बजे, भारत-म्यांमार सीमावर्ती शहर मोरेह में चिकिम गांव की पहाड़ी की चोटी से हथियारबंद उग्रवादियों ने पहला हमला किया. उन्होंने एमा कोंडोंग लैरेम्बी देवी मंदिर के पास मौजूद सुरक्षा बलों पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड दागे और गोलियां चलाईं. इस वक़्त जवान सो रहे थे. हमले में एक CDO की मौत हो गई. और आसपास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, मृतक अधिकारी का नाम वांगखेम सोमरजीत है. सोमोरजीत इंफाल पश्चिम जिले के मालोम इलाके के रहने वाले हैं. अधिकारियों के मुताबिक हमले की जगह पर IRB की एक पोस्ट है.

कैसे बची अन्य जवानों की जान?

उग्रवादियों के हमले के बाद असम राइफल्स के जवानों ने IRB के बाकी जवानों की मदद करके उनकी जान बचाई. असम राइफल्स के जवान IRB की पोस्ट से करीब 20 मीटर की दूरी पर ही थे. उन्होंने अपने बुलेट प्रूफ वाहनों का इस्तेमाल करके IRB की पोस्ट को कवर किया. और बदमाशों पर जवाबी कार्रवाई भी की.

एमा कोंडोंग लैरेम्बी देवी मंदिर वाली IRB की पोस्ट पर हमला करने के बाद, बदमाशों ने सुबह करीब 5 बजे SBI बैंक की बिल्डिंग में तैनात सुरक्षा बलों पर फिर से घात लगाकर हमला किया, जहां स्पेशल कमांडो विंग के सुपरिन्टेंडेंट और बाकी जवान मौजूद थे. इस हमले में एक और जवान घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए असम राइफल्स के मेडिकल रूम में ले जाया गया है.

Moreh में अब क्या हो रहा?

खबर के मुताबिक, मोरेह में सशस्त्र बदमाशों और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम के बीच भारी क्रॉस फायरिंग चल रही है. इस टीम में असम राइफल्स, गोरखा रेजिमेंट, BSF, स्पेशल कमांडो, मोरेह कमांडो, 5वीं और 6वीं IRB विंग और 8 मणिपुर राइफल्स (MR) के जवान शामिल हैं.

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बता दें कि दो दिन पहले भी एक पुलिस अधिकारी की हत्या हुई थी. उसके बाद मणिपुर प्रशासन ने 16 जनवरी की सुबह से टेंगनौपाल इलाके में कर्फ्यू लगा दिया था. उसके बाद अब फिर से उग्रवादियों ने ये हमले किए हैं. पुलिस ने पिछले साल अक्टूबर में SDPO सीएच आनंद की हत्या के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल मेट को गिरफ्तार किया था. दोनों ने सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियों पर गोलीबारी की थी, जिसके बाद पुलिस ने पीछा करके उन्हें पकड़ लिया था.

16 जनवरी को कुकी समुदाय से जुड़ी संस्था कुकी इनपी तेंगनौपाल (KET) ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन को 24 घंटे के भीतर संस्था से जुड़े फिलिप खोंगसाई और हेमखोलाल मेट को किसी भी हालत में रिहा करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो प्रशासन गंभीर परिणाम भुगतेगा. इसकी जिम्मेदारी सरकार और जिला प्रशासन की होगी. 

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