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"कसाइयों को सबसे ज्यादा गायें ISKCON से जाती हैं"- मेनका गांधी ने ऐसा क्यों कहा?

मेनका गांधी का ये बयान जो वायरल हो रहा है, वो लगभग एक महीने पहले दिए उनके एक इंटरव्यू का है. मांग की जा रही है कि वो जो कह रही हैं, उसकी जांच कराई जाए.

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मेनका गांधी के बयान के आधार पर जांच की मांग की जा रही है. (फाइल फोटो: आजतक)

सोशल मीडिया पर BJP नेता और सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) का एक बयान काफी शेयर किया जा रहा है. मांग की जा रही है कि वो जो कह रही हैं, उसकी जांच कराई जाए. वायरल क्लिप में मेनका गांधी इस्कॉन (Maneka Gandhi Iskcon) की गौशालाओं की बात कर रही हैं. वीडियो में वो कह रही हैं कि इस्कॉन की गौशालाओं में सिर्फ दूध देने वाली गाय ही रखी जाती हैं. एक गौशाला जहां वो गई थीं, वहां एक भी बछड़ा नहीं था.

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Maneka Gandhi ने और क्या कहा?

वायरल क्लिप में मेनका गांधी बता रही हैं कि इस्कॉन वाले जितनी गायें कसाइयों को बेचते हैं, उतना कोई नहीं बेचता. वीडियो में वो कह रही हैं,

“मैं आपको बता देती हूं...सबसे बड़े...जो यहां देश के धोखेबाज हैं, वो हैं इस्कॉन. वो गौशाला बनाते हैं और  गौशाला चलाने के लिए सरकार से उन्हें दुनिया भर का फायदा मिलता है. बड़ी-बड़ी जमीन मिलती है. मैं अभी उनकी अनंतपुर गौशाला गई थी. एक भी सूखी गाय नहीं थी, पूरी की पूरी डेयरी थी. एक भी बछड़ा नहीं. इसका मतलब सब बेचे गए. इस्कॉन सभी गाय कसाइयों को बेच रहा है. जितना ये गाय बेचते हैं और कोई नहीं करता. सड़क पर जाकर जो हरे राम, हरे कृष्ण करते हैं और कहते हैं दूध...दूध...दूध पर उनका पूरा जीवन है. जितनी गाय उन्होंने कसाइयों को बेची हैं, शायद ही किसी और ने बेची हों.”

कब दिया बयान?

मेनका गांधी का ये बयान जो वायरल हो रहा है. वो लगभग एक महीने पहले दिए उनके एक का है. 18 अगस्त 2023 का. ये इंटरव्यू डॉ. हर्षा आत्मकुरी ने लिया था, जिन्होंने 'मां का दूध' नाम की एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है. ये डॉक्यूमेंट्री डेयरी फार्मिंग की क्रूरताओं पर आधारित है. इसी इंटरव्यू में मेनका गांधी ने डेयरी फार्मिंग पर तमाम सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा था कि डेयरी फार्मिंग अपने आप क्रूर व्यापार है. इसे बंद करना चाहिए. इसके बदले कुछ और करना चाहिए.