कोलकाता रेप और मर्डर केस के खिलाफ प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल सरकार अब इस तरह के मामलों से संबंधित मौजूदा कानूनों में बदलाव करने जा रही है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा है कि इसके लिए अगले हफ्ते राज्य विधानसभा में एक विधेयक पारित किया जाएगा, ताकि रेप के अपराधियों के लिए मौत की सजा सुनिश्चित की जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की नीति 'रेप से जुड़ी घटनाओं को कतई बर्दाश्त न करने' की है.
कोलकाता रेप केस: अब ममता बनर्जी बोलीं, रेपिस्टों को फांसी दिलाने के लिए कानून में बदलाव करेंगे
ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में 31 अगस्त से जमीनी स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी, ताकि रेप के दोषियों को फांसी की सजा देने का कानून पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके.
ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि अगर राज्यपाल संशोधित विधेयक को मंजूरी देने में देरी करते हैं, तो वो राजभवन के बाहर धरने पर बैठेंगी. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद की स्थापना दिवस पर बुधवार, 28 अगस्त को आयोजित रैली में कहा,
"हम अगले हफ्ते विधानसभा के विशेष सत्र में संशोधन विधेयक पारित करेंगे. फिर हम इसे मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजेंगे. अगर उन्होंने विधेयक को लटकाए रखा, तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे."
मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में 31 अगस्त से जमीनी स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी, ताकि रेप के दोषियों को फांसी की सजा देने का कानून पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके.
डॉक्टरों से की काम पर लौटने की अपीलममता बनर्जी ने RG Kar Medical College and Hospital के प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से भी काम पर लौटने की अपील की. उन्होंने डॉक्टरों को आश्वासन दिया कि उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.
CM ने कहा,
'बंगाल बंद' को लेकर CM ममता का BJP पर निशाना"डॉक्टरों के इस मुद्दे के प्रति शुरू से ही मेरी सहानुभूति रही है क्योंकि वे अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद हमने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. हम आपका दर्द समझते हैं, लेकिन कृपया अब काम पर लौट आएं क्योंकि मरीज परेशान हैं."
ममता बनर्जी ने बीजेपी के 12 घंटे ‘बंगाल बंद’ पर भी टिप्पणी की. उन्होंने BJP पर तीखा हमला करते हुए कहा,
"उन्होंने (भाजपा ने) बंद का आह्वान किया, क्योंकि वे एक शव से राजनीतिक लाभ चाहते थे. भाजपा एक युवती की मौत के मद्देनजर आम लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. वे बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं और डॉक्टर की मौत की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे हैं, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय न मिले."
BJP ने 'नबान्न अभियान' में हिस्सा लेने वाले लोगों के खिलाफ 27 अगस्त को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुधवार, 28 अगस्त को ‘बंगाल बंद’ का आह्वान किया. कोलकाता में डॉक्टर के रेप और मर्डर को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग के लिए राज्य सचिवालय (नबान्न) तक मार्च निकाला गया था. ये मार्च एक नए स्टूडेंट ग्रुप ‘छात्र समाज’ ने आयोजित किया था.
(PTI इनपुट के साथ)
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