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महुआ मोइत्रा की सांसदी जाने पर ममता बनर्जी, 'हम किसी को भी निष्कासित कर सकते हैं लेकिन...'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द किए जाने को 'लोकतंत्र की हत्या' बताया है. उन्होंने सवाल उठाया कि आधे घंटे में 495 पेजों की रिपोर्ट पढ़कर महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया.

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सूत्रों के मुताबिक लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने ममता बनर्जी से फोन पर बात की. (फोटो: PTI)
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अनिर्बन सिन्हा रॉय

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने उनकी पार्टी की नेता महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द किए जाने को ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया है. CM ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के साथ है. महुआ के निष्कासन की आलोचना करते हुए CM ममता बनर्जी ने भाजपा (BJP) पर 'प्रतिशोध की राजनीति' करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वो BJP का रवैया देखकर दुःखी हैं.

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'महुआ को सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया'

पश्चिम बंगाल के कुर्सियांग में पत्रकारों से बात करते हुए ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा को एथिक्स कमिटी की उस रिपोर्ट पर सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिसमें उनके निष्कासन की सिफारिश की गई थी.

बता दें कि 'कैश फॉर क्वेरी' (Cash For Query) मामले में एथिक्स कमिटी ने 8 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट पेश की. रिपोर्ट के आधार पर सदन में महुआ मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया गया और ध्वनि मत से प्रस्ताव पास हो गया.

ममता बनर्जी बोलीं- 'हमारे पास भी बहुमत है…'

ममता बनर्जी ने इस पूरे घटनाक्रम को संसद के लिए 'दुःखद दिन' बताया. उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने का लोकसभा का फैसला संवैधानिक अधिकारों के साथ 'विश्वासघात' है. उन्होंने कहा,

"आज वो बहुमत में थे. हमारे पास भी (पश्चिम बंगाल में) दो-तिहाई बहुमत है. हम भी किसी को भी निष्कासित कर सकते हैं, लेकिन हम न्याय बनाए रखने की कोशिश करते हैं. (लोकसभा) चुनाव में केवल दो से तीन महीने बचे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है." 

CM ममता बनर्जी ने कहा कि एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट 495 पेजों की थी. महज 30 मिनट की चर्चा के बाद महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि कोई 30 मिनट में 495 पेज कैसे पढ़ सकता है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक टीएमसी के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा से निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने ममता बनर्जी से फोन पर बात की. ममता बनर्जी ने महुआ से कहा कि पार्टी उनके साथ है.

BJP ने महुआ मोइत्रा के साथ CM ममता को भी घेरा

वहीं BJP ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी को महुआ मोइत्रा की हर बात की जानकारी थी. BJP के IT डिपार्टमेंट के हेड अमित मालवीय ने X पर लिखा,

"महुआ मोइत्रा संसद में अभद्रता का चेहरा बन गई थीं. संस्था की विश्वसनीयता बहाल करने के लिए उनका निष्कासन जरूरी था. लेकिन इस मामले में ममता बनर्जी पर भी सवाल उठने चाहिए कि वह क्यों एक अपराधी सांसद का समर्थन कर रही थीं. राज्य की CID ​​उनकी (महुआ मोइत्रा की) जासूसी कर रही थी, इसलिए उन्हें (ममता बनर्जी को) महुआ मोइत्रा की हर बात के बारे में पता था."

अमित मालवीय ने आगे लिखा,

"ममता बनर्जी को महुआ मोइत्रा को TMC से बर्खास्त करना चाहिए. अगर वो ऐसा नहीं करती हैं, तो इससे साफ हो जाएगा कि महुआ मोइत्रा ममता बनर्जी के इशारों पर काम कर रही थीं. वैसे भी, TMC में ममता बनर्जी की सहमति और सक्रिय भागीदारी के बिना कुछ भी नहीं चलता है."

महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से लोकसभा सांसद थीं. कुछ समय पहले BJP सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. आरोप था कि महुआ लोकसभा में सवाल पूछने के पैसे लेती हैं, और पैसे देने वाले का नाम भी लिया - बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी. संसद की एथिक्स कमिटी ने इन आरोपों की जांच की थी. अब एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया है.

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