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अवधेश प्रसाद को पीछे भेजा... INDIA गठबंधन में फूट डालने का आरोप, संसद में बैठने को लेकर बवाल थम नहीं रहा!

LokSabha Seating Arrangemnt: कांग्रेस और विपक्षी सांसदो ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि ‘भाजपा गठबंधन सरकार’ ने सीटिंग अरेजमेंट का जो फॉर्मूला तय किया किया था. अब वो उससे भटक गई है.

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कांग्रेस और विपक्षी सांसदो ने सीट अरेंजमेंट को लेकर केंद्र सरकार पर लगाया आरोप (फोटो साभार: संसद टीवी)

लोकसभा सदन में सीटिंग अरेजमेंट (LokSabha Seating Arrangemnt) को लेकर खींचतान जारी है. कांग्रेस और विपक्षी सांसदो ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि ‘भाजपा गठबंधन सरकार’ ने सीटिंग अरेजमेंट का जो फॉर्मूला तय किया किया था, अब वो उससे भटक गई है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इस फॉर्मूले के आधार पर आगे की लाइन में तृणमूल कांग्रेस (TMC) को छोड़कर ‘इंडिया ब्लॉक’ को सात सीटें ऑफर की गईं थी. लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी (SP) की एक सीट कम कर दी गई. कांग्रेस और सपा दोनों ने सीट आवंटन में बदलाव का विरोध किया है और इस मामले को संसदीय कामकाज को देखने वाले मंत्री के सामने उठाया है.

क्या कहता है फॉर्मूला?

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर यह फॉर्मूला तय किया गया था कि हर 28 सदस्यों पर आगे की लाइन की एक सीट दी जाएगी. इस हिसाब से इन सीटों का बंटवारा इस तरह होना था- विपक्ष के नेता के लिए एक सीट, कांग्रेस के लिए तीन, सपा के लिए दो, और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के लिए एक सीट. लेकिन बाद में सपा की एक सीट कम कर दी गई और फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद को दूसरी लाइन में भेज दिया गया.

इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सामने भी यह मुद्दा उठाया है और उनसे आगे की लाइन में एक और सीट देने का आग्रह किया है.

‘नई व्यवस्था’ से बवाल

सीटिंग अरेंजमेंट की नई व्यवस्था से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पार्टी सांसद डिंपल यादव और अवधेश प्रसाद आठवें ब्लॉक में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ आगे की सीटों पर बैठते थे. लेकिन नई व्यवस्था में अखिलेश यादव को कांग्रेस नेताओं से दूर छठवें ब्लॉक की पहली पंक्ति में जगह दी गई है. कांग्रेस सूत्रों की मानें तो नई व्यवस्था को लेकर सपा के नेताओं ने कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, अखिलेश यादव ने इस पर कहा है कि वह कांग्रेस से नाराज नहीं हैं. साथ ही उन्होंने भाजपा पर ‘इंडिया गठबंधन’ में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया है.

अखिलेश यादव ने कहा,

“मैं कांग्रेस पार्टी से नाराज़ नहीं हूं. हालांकि, संसद में सीटों की व्यवस्था करने वाले लोगों को विचार करना चाहिए. भाजपा, इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के बीच फूट डालने की कोशिश कर रही है. भाजपा नहीं चाहती कि ‘इंडिया गठबंधन’ एकजुट रहे. सीटिंग अरेंजमेंट कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. जब भी ज़रूरत होगी हम इसे सुलझा लेंगे.”

इससे पहले भी कई विपक्षी सांसद सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर सवाल उठा चुके हैं.  3 दिसंबर को TDP सांसद मंगूता रेड्डी ने अपने सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर नाराजगी जताई थी. जिन्हें आठवीं लाइन में सीट दी गई है.

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इस बार किसको, कहां मिली सीट?

18वीं लोकसभा के लिए सीटिंग अरेंजमेंट को को शीतकालीन सत्र से पहले ही व्यवस्थित कर दिया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की सीट संख्या 1 पर कोई बदलाव नहीं किया गया, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह क्रमशः सीट संख्या 2 और 3 पर बैठेंगे. वहीं, वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी को चौथी लाइन में जगह मिली और राहुल गांधी सीट नंबर 498 पर बैठेंगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव सीट संख्या 355 पर, TMC के नेता सुदीप बंदोपाध्याय के बगल में बैठेंगे.

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