पुणे में हुए पॉर्श कार एक्सीडेंट मामले में शहर के ससून अस्पताल के डीन ने मंत्री और विधायक पर बड़ा आरोप लगाया है. डीन ने दावा किया है कि आरोपी नाबालिग के ब्लड सैंपल बदलने के आरोपी डॉक्टरों में से एक को राज्य के एक मंत्री और एक विधायक के कहने पर फॉरेंसिक विभाग का प्रमुख बनाया गया था. डीन विनायक काले ने कहा कि महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ और विधायक सुनील टिंगरे ने एक पत्र लिखकर डॉक्टर अजय तावड़े को ससून अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग का प्रमुख बनाने के लिए कहा था.