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Churu Seat Results Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस के राहुल कसवां कितने वोटों से जीते?

Churu Lok Sabha Seat Results: चुरू राजस्थान में भाजपा के सबसे मज़बूत गढ़ों में से एक है. 1999 और उसके बाद हुआ हर चुनाव पार्टी ने जीता. टिकट हर बार कसवां परिवार को गया. 1999, 2004 और 2009 में राम सिंह कसवां भाजपा के टिकट पर सांसद बने. 2014 में पार्टी ने टिकट दिया राम सिंह कसवां के बेटे राहुल कसवां को, जो 2 लाख 94 हज़ार की लीड से जीते और सबसे कम उम्र के सांसद बने.

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11 मार्च 2024 को राहुल कसवां ने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कसवां पिता-पुत्र भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. (फ़ोटो/आजतक)

राजस्थान की चुरू लोकसभा (Churu Lok Sabha Seat) से कांग्रेस के राहुल कसवां (Rahul Kaswan) ने भाजपा के देवेंद्र झाझड़िया (Devendra Jhahjaria) को 72,737 वोटों से हरा दिया है. देवेंद्र झाझड़िया को 6,55,474 और राहुल कसवां को 7,28,211  वोट मिले हैं. चुरू राजस्थान में भाजपा के सबसे मज़बूत गढ़ों में से एक है. 1999 और उसके बाद हुआ हर चुनाव पार्टी ने जीता. टिकट हर बार कसवां परिवार को गया. 1999, 2004 और 2009 में राम सिंह कसवां भाजपा के टिकट पर सांसद बने. 2014 में पार्टी ने टिकट दिया राम सिंह कसवां के बेटे राहुल कसवां को, जो 2 लाख 94 हज़ार की लीड से जीते और सबसे कम उम्र के सांसद बने.

2014 के चुरू लोकसभा नतीजे

राहुल कसवां (भाजपा) - 5,95,756
अभिनेश महर्षि (बसपा) - 3,01,107
प्रताप सिंह (कांग्रेस) 1,76,912

2019 में राहुल को दोबारा टिकट मिला. इस बार उनकी लीड और ऊपर जाकर 3 लाख 34 हज़ार पर टिकी. उन्हें 2014 की तुलना में 2 लाख वोट ज़्यादा मिले.

2019 के चुरू लोकसभा नतीजे 

राहुल कसवां (भाजपा) - 7,92,999
रफीक़ मंडेलिया (कांग्रेस) - 4,58,597

लेकिन 2024 में सबकुछ बदला-बदला है. भाजपा ने राहुल कसवां की जगह पैरलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दे दिया. नाराज़ होकर 11 मार्च 2024 को राहुल कसवां ने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कसवां पिता-पुत्र भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए.

राहुल कसवां ने इस्तीफा देते हुए प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह का आभार तो जताया. लेकिन टिकट कटने की कड़वाहट छिपाए नहीं छिपती है. वो खुले मंचों से कहते आए हैं कि मेरी टिकट किसने कटवाई है, जग जाहिर है. इशारा था राजेंद्र राठौड़ की तरफ.

कसवां के इस्तीफे से भाजपा के खेमे में कुछ असहजता तो थी. क्योंकि राहुल के पिता राम सिंह कसवां चार बार के सांसद हैं. विधायक भी रह चुके हैं. राहुल के दादा दीपचंद कसवां भी सांसद रह चुके हैं. राहुल की माता कमला कसवां भी चुरू में पड़ने वाली सादुलपुर विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं.

राहुल की शादी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के भाई कुलदीप धनखड़ की बेटी से हुई है. ऐसे में राहुल का टिकट कटना बड़ी खबर थी. एक कारण ये बताया जाता है कि भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ चुरू की ही तारानगर सीट से 2023 का राजस्थान विधानसभा चुनाव हार गए थे. इल्ज़ाम लगा कि राहुल कसवां ने साथ नहीं दिया, इसलिए राठौड़ जीत नहीं पाए. ऐसे में कयास लगाया गया कि राहुल कसवां का टिकट कटने के पीछे ये एक कारण हो सकता है.

राहुल की बगावत नतीजा आज देखने को मिल गया. 

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