The Lallantop

Alwar Loksabha Result: BJP में मजबूत रहेगा भूपेंद्र यादव का CV, कितने वोटों से जीते?

संगठन में भूपेंद्र यादव का सीवी बहुत मज़बूत है. अलवर की जनता ने उन्हें जीताकर ये बात साफ कर दी है.

post-main-image
भूपेंद्र यादव संघ की अधिवक्ता परिषद में रहे. प्रज्ञा ठाकुर मामले में वकीलों की टीम का हिस्सा रहे. (फ़ोटो/आजतक)

अलवर लोकसभा सीट (Alwar Lok Sabha Seat) से भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने कांग्रेस के ललित यादव (Lalit Yadav) को 48,282 वोट से हरा दिया है. भूपेंद्र यादव को 6,31,992 और ललित यादव को 5,83,710 वोट मिले हैं. बसपा के फज़ल हुसैन (Fazal Hussain) 19,287 वोटों के साथ तीसरे नंबर रहे.

राजस्थान के अहिरवाल इलाके में पड़ने वाली अलवर सीट बीते कुछ वक्त से लगातार चर्चा में रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बाबा बालक नाथ यहां से भाजपा के टिकट पर जीते थे. बालकनाथ, 2016 में रोहतक के मस्तनाथ मठ के महंत बने, तो कार्यक्रम में बाबा रामदेव और योगी आदित्यनाथ, दोनों पहुंचे थे. बालकनाथ अपने बयानों को लेकर चर्चा पैदा करते रहे, जो सिलसिला 2019 में उनके सांसद बनने के बाद भी जारी रहा.

2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने अलवर की ही तिजारा सीट से चुनाव लड़वाया. बालकनाथ जीत गए, तो अटकलें लगने लगीं कि उन्हें सीएम भी बनाया जा सकता है. लेकिन कुर्सी चली गई भजन लाल को. मगर अलवर चर्चा से बाहर नहीं हुआ. क्योंकि यहां से भाजपा संगठन ने अपने सबसे विश्वस्त क्राइसिस मैनेजर और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी समझे जाने वाले भूपेंद्र यादव को मैदान में उतारा था. भूपेंद्र यादव राजस्थान से ही राज्यसभा सांसद हैं. और मोदी 2.0 कैबिनेट में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन के साथ साथ श्रम एवं रोज़गार मंत्री हैं.

इस बार लोकसभा चुनाव में पूरी नज़रें इस बात पर थीं कि भाजपा संगठन में अपने लिए नाम कमा चुके भूपेंद्र यादव चुनावी मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं. मूलतः हरियाणा से आने वाले भूपेंद्र यादव का जन्म राजस्थान के ही अजमेर में हुआ. पिताजी रेलवे में थे. इसलिए सारी पढ़ाई-लिखाई अजमेर में हुई. और तभी से संघ से जुड़ाव हो गया.

भूपेंद्र यादव संघ की अधिवक्ता परिषद में रहे. प्रज्ञा ठाकुर मामले में वकीलों की टीम का हिस्सा रहे. यहां से उन्हें अरुण जेटली का साथ मिला और भाजपा में ऊपर उठते चले गए. 2010 में राष्ट्रीय सचिव बने. 2012 में राजस्थान से राज्यसभा गए और 2013 के विधानसभा चुनाव में उनके काम की तारीफ हुई. आज भूपेंद्र यादव की गिनती अमित शाह के विश्वस्त लोगों में होती है.

संगठन में भूपेंद्र यादव का सीवी बहुत मज़बूत है. अलवर की जनता ने उन्हें जीताकर ये बात साफ कर दी है.  

वीडियो: जमघट: भूपेंद्र यादव ने नौकरी भर्ती, बेरोजगारी, इलेक्टोरल बॉन्ड, चुनाव 2024 प्लान पर क्या बताया?