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इस बैंक के चेयरमैन ने ली थी '142 करोड़' की रिश्वत, अब मौत की सजा मिली है

Liu Liange लंबे समय तक Bank of China के Chairman चेयरमैन रह चुके हैं. कोर्ट ने उन्हें सज़ा सुनाते हुए कहा कि उन्होंने लगभग 121 मिलियन युआन यानी लगभग 142 करोड़ रुपये से ज़्यादा का रिश्वत ली थी.

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लियू को राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया गया है. (फ़ोटो - AP)

बैंक ऑफ़ चाइना के पूर्व अध्यक्ष लियू लियांगे (Liu Liange) पर भ्रष्टाचार और अवैध रूप से लोन जारी करने के लिए आरोप तय किये गए हैं. उन्हें सजा ए मौत दी गई है. चीन के पूर्वी शांदोंग प्रांत के जिनान शहर की एक कोर्ट ने ये फ़ैसला दिया है. फ़ैसले में कहा गया कि लियू पर 121 मिलियन युआन यानी लगभग 142 करोड़ रुपये से ज़्यादा का रिश्वत लेने का आरोप पाया गया.

सरकारी न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक़, कोर्ट के फ़ैसले में कहा गया कि लियू को राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया गया, उनकी सारी पर्सनल प्रॉपर्टी ज़ब्त कर ली जाएगी और उनकी सारी अवैध कमाई को वापस लेकर राज्य के खजाने में जमा करना होगा. ये कार्रवाई सुनवाई के दौरान कोर्ट के कुछ निष्कर्षों पर पहुंचने के बाद की गई. इन निष्कर्षो में - एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ़ चाइना और बैंक ऑफ़ चाइना में अपने पद का फ़ायदा उठाकर लोन फ़ाइनेंसिंग, प्रोजेक्ट को-ऑपरेशन और पर्सनल अरेंजमेंट करना - शामिल हैं. 

जबकि बदले में उन्होंने अवैध रूप से रिश्वत एक्सेप्ट की. इसके अलावा, कोर्ट ने ये भी पाया कि लियू ने जानबूझकर कानूनी नियमों का उल्लंघन किया और ऐसी कंपनियों को लोन के लिए मदद किया, जो योग्य नहीं थीं. इन कर्जों(Loans) में 3.32 अरब युआन (लगभग 3861 करोड़) शामिल होने की बात कही गई. जिसके चलते बैंकों को 190.7 मिलियन युआन (लगभग 227 करोड़ रुपये) से ज़्यादा का नुकसान हुआ.

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बताते चलें, लियू लियांगे भ्रष्टाचार के लिए सज़ा पाने वाले दूसरे प्रमुख चीनी बैंकर थे. इससे पहले, 20 नवंबर को ही चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने कृषि बैंक ऑफ़ चाइना के पूर्व उपाध्यक्ष लू वेनलोंग को पार्टी से निष्कासित किया था. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. उनको पार्टी से निकालने वाले बयान में कहा गया कि उन्होंने अपने ख़िलाफ़ लगे आरोपों की जांच में रुकावट डाल रहे थे.

वहीं, 26 नवंबर को ही पूर्वोत्तर चीन के हेइलोंगजियांग प्रांत के पूर्व उप-गवर्नर वांग यिक्सिन के ख़िलाफ़ रिश्वत लेने के आरोप लगे और पब्लिक प्रोसिक्युशन शुरु हुई.

(न्यूज़ एजेंसी PTI के इनपुट के साथ)

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