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किन-किन देशों ने भारत से जाने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया!

तो क्या इन देशों में फँसे भारतीय स्वदेश नहीं लौट पाएंगे?

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कोरोना की सेकेंड वेव में बढ़ते मामलों के चलते फिर हालात पिछले साल की तरह होते जा रहे हैं. जहां एक तरफ प्रदेश अपने हिसाब से आने-जाने और घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, वहीं विदेशी उड़ानों पर भी रोक लगने लगी है. और कुछ देश भारत से आने वाली फ्लाइट्स पर भी पाबंदी लगा रहे हैं. ताजा मामला हांगकांग का है. हांगकांग ने भारत से उड़ने वाली फ्लाइटों पर 20 अप्रैल यानी मंगलवार से 3 मई तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. माना जा रहा है कि हांगकांग ने यह फैसला कोरोना के भारतीय स्ट्रेन के विदेशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया है.

भारत के साथ पाकिस्तान और फिलिपींस की फ्लाइट्स भी रोकीं

हांगकांग ने भारत ही नहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान और फिलिपींस से आने वाली फ्लाइट्स पर भी रोक लगा दी है. दरअसल, इसी महीने हांगकांग के लिए गई फ्लाइटों में 50 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे. इसके बाद हांगकांग ने यह बड़ा फैसला लिया है. हांगकांग में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए बनाए नियम के मुताबिक हांगकांग जाने वाले सभी पैसेंजर को पहुंचने के 72 घंटे के अंदर आरटी-पीसीआर जांच कराकर कोरोना वायरस निगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी है.


इससे पहले रविवार को हांगकांग की सरकार ने मुंबई से हांगकांग जाने वाली विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट्स पर 2 मई तक रोक लगा दी. यह फैसला तब आया जब विस्तारा की रविवार को हांगकांग पहुंची एक फ्लाइट में 3 लोग कोविड पॉजिटिव मिले.

4 अप्रैल से रविवार तक विस्तारा की दिल्ली-हांगकांग फ्लाइट के कुल 47 पैसेंजर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले भी दिल्ली-हांगकांग रूट की फ्लाइट को 6 से 19 अप्रैल तक के लिए रोक दिया गया था.

न्यूजीलैंड ने भी रोकी भारत से फ्लाइट 

इससे पहले कोरोना महामारी के कारण न्यूजीलैंड ने भी भारत से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी थी. न्यूजीलैंड ने यह रोक 11 अप्रैल 2021 से 28 अप्रैल 2021 के बीच की अवधि के लिए लगाई है. इसके बाद आगे के लिए भारत से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा या नही - इस पर आनेवाले समय में न्यूजीलैंड की सरकार निर्णय लेगी. लेकिन न्यूजीलैंड के इस प्रतिबंध में एक खास बात भी है. वहां की सरकार ने साफ किया है कि भारत से उसके अपने देश यानी न्यूजीलैंड के नागरिकों के भी स्वदेश लौटने पर प्रतिबंध होगा.

आपको बताते चलें कि न्यूजीलैंड में साफ-सफाई (personal hygiene) को बहुत महत्व दिया जाता है. 2 दशक पहले वहां 2 भारतीय क्रिकेटरों - हरभजन सिंह और वीरेन्द्र सहवाग - पर इसलिए जुर्माना लगा दिया गया था क्योंकि इन क्रिकेटरों के जूतों से बदबू आ रही थी. तब कहा गया था कि इस प्रकार के बदबूदार जूतों से न्यूजीलैंड में हानिकारक बैक्टीरिया फैल सकता है.

 सउदी अरब ने भी भारतीय उड़ानें रोकी 
सउदी अरब ने तीन फरवरी को भारत समेत 20 देशों से आने वाले लोगों पर बैन लगा दिया था. सऊदी अरब ने कहा कि ये बैन इसलिए लगाया गया है, ताकि कोरोना से ठीक तरह से निपटा जा सके. हालांकि, इस फैसले का ऐलान करते हुए इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि ये बैन कब तक लागू रहेगा. ऐसे में अभी भारत से सऊदी अरब जाने वाली उड़ानें भी बंद हैं.
हालांकि कुछ देशों के साथ भारत ने एयर बबल समझौता कर रखा है और वहां से आवाजाही में फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है.
एयर बबल समझौते के तहत भारत ने विदेशों में फंसे अपने लोगों की सकुशल स्वदेश वापसी सुनिश्चित कराई है और विदेशियों को भी उनके देश वापस भेजा है. (फ़ोटो क्रेडिट : इंडिया टुडे)
एयर बबल समझौते के तहत भारत ने विदेशों में फंसे अपने लोगों की सकुशल स्वदेश वापसी सुनिश्चित कराई है और विदेशियों को भी उनके देश वापस भेजा है. (फ़ोटो क्रेडिट : इंडिया टुडे)

एयर बबल समझौता क्या है?
एयर बबल समझौता एक द्विपक्षीय हवाई यात्रा समझौता है. इस समझौते के तहत कोरोना काल में अलग-अलग देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के बीच लोगों को अपने देश वापस लाने में आसानी होती है. इस समझौते के प्रावधानों का पालन करते हुए अबतक कई देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा चुका है. साथ ही भारत में फंसे विदेशी नागरिकों को भी उनके देश भेजा जा चुका है.
भारत सरकार ने ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, बहरीन, कनाडा, इथियोपिया, फ्रांस, जर्मनी, इराक, जापान, केन्या, कुवैत, मालदीव नेपाल, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, कतर, रूस, रवांडा, सेशेल्स, श्रीलंका, तंजानिया, ब्रिटेन, यूक्रेन, अमेरिका और उज्बेकिस्तान के साथ एयर बबल समझौता किया है. इस समझौते के तहत भारतीय नागरिक इस कोरोना काल में इन देशों की यात्रा कर सकते हैं.