2.
ये कोई कोड वर्ड है. बाबूलाल ने शायद ग्रेजुएशन कंप्लीट किया हो इस दिन. इकनॉमिक्स से बीए किया होगा. या सोशियॉलजी से. लेकिन अंग्रेजी में डिग्री लिखी है तो हो सकता है इसी में किया हो. या इस बीए का मतलब कुछ और हो सकता है. क्या है, ये बाबूलाल जानें.
3.
ये कोई संजय हैं. शायद फैजाबाद से. भौत जादे हैंडसम और डैशिंग आदमी हैं. पूछो हमको कइसे पता? अरे उन्होंने नोट पर लिख रखा है. ये देखो. फून नंबर भी दिया है. साथ में जरूरी बात भी लिखी है. कि ओनली गर्ल्ज कॉल करें.
4.
ये सन 8-9 की बात है. जब सर्दी पड़नी शुरू हुई. वैसे तो हर साल सर्दी पड़ती है इधर. लेकिन उस साल ज्यादा था. नहीं तो सोचो. जिसके जेब में नोट रहते हैं उसके कितनी गर्मी रहती है. लेकिन नोट के गांधी जी खुद ठंड के मारे ऐसे हो गए तो सोचो सर्दी कितनी रही होगी. गेम ऑफ थ्रोन्स देखने वाले जोक पकड़ लेंगे. विंटर इज कमिंग.
5.
सोनम के बाद सोनिया निशाने पर. सोनिया का हार्डकोर आशिक. खुलेआम नोट पर लिखकर किस्सी की डिमांड कर रहा था. ये किस कालखंड की बात है ये आशिक कम लेखक ने नहीं लिखा.
6.
ये सीरियस केस था. कश्मीर घाटी में हिंदुस्तानी करेंसी पर इस तरह स्टैंप लग रहे थे नोटों पर. 2014 के जुलाई-अगस्त की बात है. अलगाववादियों की साजिश थी ये. पाकिस्तानी मीडिया में ये जोर शोर से फैलाया जा रहा था. नीचे लगे नोट भी इसी मुहिम का नमूना हैं.
ये भी पढ़ें: सोनिया से कौन मांग रहा है चुम्मा? समझ नहीं आता, हमने उर्जित पटेल को गवर्नर बनाया है या सोनम गुप्ता को? बेवफाई पर सोनम गुप्ता का जवाब आया है इंटरनेट पर पहली बार सोनम गुप्ता की बेवफाई का सच















.webp)
.webp)

.webp)
