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लालू यादव से 10 घंटे में 70 सवाल... लैंड फॉर जॉब मामले में ED ने अब क्या पूछा?

लालू की बेटी मीसा ने कहा है कि, 'बीमार आदमी को गिरफ्तार करके क्या मिलेगा.'

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लालू यादव के बाद अब तेजस्वी यादव से ED पूछताछ करेगी. (फोटो सोर्स- आजतक)

'लैंड फॉर जॉब' मामले (land for job scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 30 जनवरी को बिहार के पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी यादव (tejaswi yadav) को पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे एक दिन पहले ED ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (lalu yadav) से पूछताछ की थी. ED ने तेजस्वी यादव को 19 जनवरी को समन भेजा था. और 30 जनवरी को पटना स्थित ED के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा था.

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लालू यादव से क्या पूछा?

आजतक से जुड़े शशि भूषण कुमार की खबर के मुताबिक, ED ने 29 जनवरी को लालू यादव से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी. उन्हें सुबह करीब 11 बजे पटना स्थित ED के कार्यालय में बुलाया और रात करीब 9 बजे बाहर जाने दिया गया. RJD ने ED दफ्तर से निकलते लालू का वीडियो शेयर किया है.

सूत्रों के मुताबिक, ED ने लालू से 70 से ज्यादा सवाल किए. हर सवाल का जवाब देने में लालू को तकरीबन डेढ़ से दो मिनट का समय लगा. ED ने लालू से पूछा कि नौकरी देने के बदले कितने लोगों से जमीन ली? पटना में मरछिया देवी कॉम्प्लेक्स में फ्लैटों की खरीद और बिक्री को लेकर सवाल पूछा. पटना में ली गई 1 लाख, 5 हजार 292 वर्गफीट जमीन के बारे में सवाल किए गए. दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की प्रॉपर्टी और मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्रा. लि. को बेची गई जमीन के बारे में भी सवाल पूछे गए. इस फर्म को जमीन बेचने वाले लालू यादव के दो भतीजों को रेलवे में नौकरी दी गई थी. अभ्यर्थियों से 'चार प्लॉट सिर्फ 7.5 लाख रुपए में खरीदे जाने' और पूर्व CM राबड़ी देवी द्वारा ‘अबू दोजाना’ को 3.5 करोड़ में जमीन बेचे जाने को लेकर भी सवाल पूछा गया.

जब लालू यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उनकी बेटी और राजद सांसद डॉक्टर मीसा भारती का बयान आया था. उन्होंने कहा था, ‘वे खुद नहीं खा सकते, किसी को उन्हें खिलाना पड़ता है. हमें नहीं पता कि उन्होंने खाया है या नहीं. ईडी का कोई अधिकारी नहीं है. बोलने के लिए तैयार हूं...चूंकि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए पीएम डरे हुए हैं और ऐसी चीजें ही करेंगे. यह सरकार मेरे पिता को भी (गिरफ्तार) कर सकती है, लेकिन एक बीमार आदमी को गिरफ्तार करके उन्हें क्या मिलेगा?’

मीसा, लालू यादव के लिए खाना लेकर ईडी दफ्तर भी पहुंची थीं.

Land for Job घोटाला क्या है?

'लैंड फॉर जॉब' माने नौकरी के बदले जमीन देना. मामला 2004 से 2009 तक का है. इस दौरान 7 लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी गई थी. तब UPA सरकार में रेल मंत्री थे- लालू यादव. आरोप लगा कि जिनको नौकरी मिली उन्होंने बेहद कम कीमत पर अपनी जमीनें लालू यादव के परिवार वालों के नाम ट्रांसफर कर दी थीं. नौकरी पाने वाले लोगों को पहले रेलवे में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया.

मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जैसे इलाकों में इन्हें नियुक्त किया गया. आरोप है कि इन नियुक्तियों का कोई विज्ञापन या नोटिस तक नहीं जारी किया गया और बहुत जल्दबाजी में नियुक्तियां हुईं. आरोप ये भी है कि पश्चिम और मध्य रेलवे जोन ने कुछ उम्मीदवारों के आवेदन को बिना पते के अप्रूव कर दिया. इसके बाद जब बदले में जमीन का सौदा हो गया तो इन सभी नौकरी पाने वाले लोगों को रेगुलर कर दिया गया.

इससे पहले, ED तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, चंदा यादव और रागिनी यादव से भी पूछताछ कर चुकी है. आज फिर से तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.

वीडियो: लालू यादव ED के दफ्तर पहुंचने पर बेटी भड़क कर क्या बोलीं?