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तिरुपति लड्डू में मछली के तेल, जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल हुआ, लैब रिपोर्ट से आई जानकारी

आंध्र प्रदेश सरकार के मुताबिक, लैब रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि YSRCP के सत्ता में रहने के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा की मौजूदगी थी.

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तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने की पुष्टि (फोटो: Facebook/Tirumala Tirupati Vaibhavam)

तिरुपति लड्डू प्रसाद पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) के दिए एक बयान ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया है. बुधवार, 18 सितंबर को नायडू ने कहा कि 2019 से 2024 के बीच जगन सरकार में तिरुपति लड्डू प्रसाद को तैयार करने के लिए घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था. उन्होंने ये दावा गुजरात स्थित एक लैब की रिपोर्ट के हवाले से किया है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में केंद्र सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की लैब रिपोर्ट ने चंद्रबाबू के दावों की पुष्टि की है. ये लैब रिपोर्ट 17 जुलाई की है. रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि YSRCP के सत्ता में रहने के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा की मौजूदगी थी. रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि घी में मछली का तेल, गोमांस की चर्बी और सूअर की चर्बी के भी अंश मौजूद थे.

इससे पहले एक कार्यक्रम में सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इस तरह के दावे किए थे. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर आरोप लगाते हुए निशाना साधा था. साथ ही, उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि प्रसाद में असली घी, साफ-सफाई और अच्छी क्वालिटी का ध्यान रखा जाए.

सीएम नायडू के इस बयान पर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने भी जवाब दिया. इसमें कहा गया कि चंद्रबाबू नायडू ने दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया है.

YSRCP के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद YV सुब्बा रेड्डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुमाला के प्रसाद पर की गई टिप्पणी बेहद घटिया है. इससे एक बार फिर यह साबित हो गया है कि राजनीति के लिए चंद्रबाबू नायडू कुछ भी गलत करने से नहीं हिचकिचाएंगे.

वहीं, आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने X पर लिखा कि चंद्रबाबू नायडू को एक हाई-लेवल कमेटी बनानी चाहिए और CBI को सच्चाई का पता लगाने देना चाहिए.

बता दें कि तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में तिरुपति लड्डू चढ़ाया जाता है, जिसका संचालन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) करता है. रिपोर्ट्स की माने तो तिरूपति में प्रतिदिन तीन लाख लड्डू बनाए जाते हैं. इन्हें बनाने के लिए मंदिर ट्रस्ट हर छह महीने में जारी ई-टेंडर के जरिए भारी मात्रा में घी खरीदता है.

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