कुवैत के मंगफ शहर में बुधवार, 12 जून की सुबह एक बिल्डिंग में भीषण आग लग गई. इस दुर्घटना में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मरने वालों में ज्यादातर भारतीय हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस बिल्डिंग में दूसरे देशों से आए कामगार रहते हैं. स्थानीय अधिकारियों ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि मरने वाले वर्कर्स किस देश के हैं. हालांकि, कुवैत स्थित भारतीय दूतावास की ओर से बताया गया है कि इस हादसे में 30 से ज्यादा भारतीय घायल हुए हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
कुवैत की बिल्डिंग में भीषण आग, कई भारतीयों समेत 49 लोगों की मौत
कुवैत में भारतीय दूतावास के आधिकारिक X अकाउंट पर जानकारी दी गई है कि इस दुर्घटना में 30 से अधिक भारतीय श्रमिक घायल हुए हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जून को नई दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर कुवैत में हुए हादसे पर समीक्षा बैठक की. उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुःख जाहिर किया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. PM मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
कुवैती अधिकारियों के मुताबिक आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबाह ने इस दुर्घटना के लिए रियल एस्टेट मालिकों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने रियल एस्टेट मालिकों पर नियमों के उल्लंघन और लालच का आरोप लगाया है. आंतरिक और रक्षा मंत्रालय भी संभालने वाले शेख फहाद ने कहा,
'आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की मौत'“दुर्भाग्य से, रियल एस्टेट मालिकों का लालच ही ऐसी घटनाओं की वजह बनता है.”
रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत के एक सीनियर पुलिस कमांडर ने एक टीवी चैनल को बताया,
"जिस इमारत में आग लगी, उसमें हाउस वर्कर रहते हैं और आग लगने के दौरान इमारत में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. दर्जनों लोगों को बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की मौत हो गई."
पुलिस कमांडर ने कहा,
"हम हमेशा सावधान रहते हैं और चेतावनी देते हैं कि इमारत में बहुत अधिक लोगों को न रखा जाए."
उन्होंने ये नहीं बताया कि पीड़ित मूल रूप से कहां के हैं और किस तरह का काम करते हैं. हालांकि, कुवैत में भारतीय दूतावास के आधिकारिक X अकाउंट पर जानकारी दी गई है कि इस दुर्घटना में 30 से अधिक भारतीय श्रमिक घायल हुए हैं.
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घायल हुए 30 से अधिक भारतीय श्रमिक हॉस्पिटल में एडमिटकुवैत में स्थित भारतीय दूतावास की ओर से ट्वीट किया गया है,
"राजदूत @AdarshSwaika ने अल-अदन हॉस्पिटल का दौरा किया, जहां आज की आग की घटना में घायल हुए 30 से अधिक भारतीय श्रमिकों को भर्ती कराया गया है. उन्होंने कई रोगियों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास की ओर से पूरी सहायता का भरोसा दिया. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया है कि लगभग सभी घायलों की हालत स्थिर है."
वहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत में आग लगने की घटना पर दुःख जाहिर किया है. उन्होंने X पर लिखा,
"कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. खबर है कि 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत कैंप में गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं.
जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना. घायलों के जल्द और पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी मदद देगा."
भारतीय दूतावास की ओर से एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर (+965-65505246) भी जारी किया गया है.
सभी संबंधित लोगों से अपील की गई है कि वे इसी हेल्पलाइन नंबर से जुड़ें और दूतावास हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है.
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