समाजवादी पार्टी (सपा) ने कुंदरकी उपचुनाव को लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है. आजतक के समर्थ श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है. इसमें सपा ने आरोप लगाया है कि 20 नवंबर को कुंदरकी उपचुनाव की वोटिंग के दिन पुलिस और प्रशासन ने लोगों को ‘वोट डालने से रोका’ था.
कुंदरकी उपचुनाव से नाखुश सपा ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया, CEO से एक्शन की मांग
Kundarki Bypoll: कुंदरकी सीट BJP के लिए सबसे मुश्किल मानी जा रही थी. 23 नवंबर को जब नतीजे आए, तो BJP प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह ने 1,44,791 वोटों से जीत गए, जबकि सपा इस सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी. सपा का आरोप है कि वोटिंग के दिन पुलिस और प्रशासन ने लोगों को वोट डालने से रोका.
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि मतदान के दिन पुलिसकर्मियों और प्रशासन के लोगों ने सपा समर्थकों को वोट डालने से रोका. ज्यादातर बूथों पर समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेंट भी नहीं बनने दिए गए. जिन बूथों पर समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेंट बने, उन्हें वोटिंग शुरू होते ही वोटिंग रूम से बाहर निकाल दिया गया.
सपा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा है कि पुलिस ने वोटिंग से एक रात पहले पार्टी के ‘समर्थक मतदाताओं के घर जाकर उन्हें डराया’. वोटिंग वाले दिन उन्हें घर से नहीं निकलने की चेतावनी दी गई. वोटिंग के दिन 20 नवंबर, 2024 को गांव के रास्तों पर बैरिकेडिंग बनाकर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया. किसी भी वोटर को गांव से बाहर निकलने नहीं दिया गया.
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आरोप है कि बूथ के पास पुलिसकर्मियों द्वारा मतदाताओं से किस पार्टी को वोट देना है, इस बारे में पूछा गया. सपा का नाम लेने पर मतदाताओं की पर्ची फाड़कर उन्हें भगा दिया गया. सपा का ये भी आरोप है कि असली मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया और बाहरी लोगों को बुलाकर वोट डलवाया गया.
ज्ञापन में पुलिस-प्रशासन पर सपा समर्थक वोटरों की आईडी जमा करने का आरोप लगाया गया है. पार्टी के मुताबिक उन्होंने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. सपा ने रिटर्निंग ऑफिसर पर सपा समर्थकों को डराने का आरोप लगाया है. ज्ञापन में कहा गया है कि रिटर्निंग ऑफिसर ने पार्टी समर्थकों को गुंडा एक्ट और शांति भंग का नोटिस देकर डराया.
ये भी आरोप लगाया गया है कि सपा समर्थक, विशेषकर मुस्लिम मतदाताओं की आबादी में मतदाता पर्ची नहीं बांटी गई. इसकी लिखित शिकायत की गई, फिर भी मतदाता पर्ची नहीं बांटी गई. ज्ञापन में कहा गया है कि मतदान के दिन पिंक कलर की पर्ची से मतदान कराया गया. ये पिंक कलर की मतदाता पर्ची कथित तौर पर भाजपा प्रत्याशी द्वारा प्रिंट कराई गई थी. सपा के मुताबिक इसकी शिकायत किए जाने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में तीन दशक बाद भाजपा ने भारी जीत हासिल की है. मजहबी समीकरणों के चलते उपचुनाव में कुंदरकी सीट भाजपा के लिए सबसे मुश्किल मानी जा रही थी, लेकिन उसके प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह ने 1 लाख 44,791 मतों से जीत दर्ज की. सपा इस सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी और उसके उम्मीदवार और पूर्व विधायक मोहम्मद रिजवान सिर्फ 25,580 वोट हासिल कर सके.
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