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कोलकाता रेप-मर्डर केस में CBI की चार्जशीट से क्या सामने आया?

RG Kar Medical College केस के मुख्य आरोपी Sanjay Roy के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की गई है. Sealdah court में CBI ने ये चार्जशीट दायर की है.

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चार्जशीट की डिटेल ले जाते अधिकारी. (फ़ोटो - इंडिया टुडे)
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राजेश साहा

आरजी कर रेप-मर्डर केस में CBI ने चार्जशीट दायर कर दी है (RG Kar rape-murder CBI charge sheet). मुख्य आरोपी संजय रॉय के ख़िलाफ़ ये चार्जशीट सियालदह कोर्ट में दायर हुई है. अधिकारियों के मुताबिक़, एजेंसी ने गैंगरेप की संभावना को खारिज कर दिया है. हालांकि, CBI ने आगे की जांच के लिए रास्ता खुला रखा है. यानी CBI अब भी जांच में जुटी हुई है.

इंडिया टुडे से जुड़े राजेश साहा की ख़बर के मुताबिक़, अधिकारियों ने बताया कि CBI ने अभी भी जांच खुली रखी है. अलग-अलग एंगल्स पर जांच की जा रही है. चार्जशीट में CBI ने कहा कि संजय ने कथित तौर पर 9 अगस्त को क्राइम किया, जब पीड़िता सोने गई थी. बता दें, आरोपी संजय रॉय स्थानीय पुलिस के साथ एक सिविक वॉलंटियर के रूप में काम कर रहा था. ब्रेक के दौरान वो अस्पताल के सेमिनार रूम में आराम करने पहुंची थी. इसी दौरान आरोपी ने हमला किया.

डॉक्टर के शव के पास मिले ब्लूटूथ डिवाइस के आधार पर रॉय की गिरफ़्तारी हुई थी. CCTV फ़ुटेज में भी वो अस्पताल की तीसरी मंजिल पर दिखा, जहां सेमिनार हॉल स्थित है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, आरोपी कथित तौर पर कोलकाता पुलिस के कुछ सीनियर अधिकारियों का क़रीबी था. CBI ने पहले सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि जब उसने जांच अपने हाथ में ली, तब तक क्राइम सीन बदल दिया गया था. CBI ने कहा था कि इससे पता चलता है कि स्थानीय पुलिस ने डॉक्टर के रेप-मर्डर छिपाने की कोशिश की थी.

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पूरा मामला

9 अगस्त को RG Kar Medical College से एक जूनियर डॉक्टर का शव मिला था. बताया गया कि डॉक्टर का रेप और फिर उनका मर्डर कर दिया गया था. कोलकाता पुलिस ने 1 दिन बाद, यानी 10 अगस्त को मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ़्तार कर लिया. वो एक सिविक वॉलंटियर था. 14 अगस्त की देर रात अस्पताल में तोड़-फोड़ हो गई. बाद में, सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया. कोर्ट ने मामले पर कई गंभीर सवाल उठाए. कहा कि इस मामले में FIR दर्ज करने में कम से कम 14 घंटे की देरी हुई थी. साथ ही कोर्ट ने ये भी निर्देश दिया था कि सोशल मीडिया से पीड़िता की तस्वीरों को हटाया जाए.

CBI का बड़ा दावा

कोलकाता जूनियर डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में बीते दिनों CBI का बड़ा दावा सामने आया था. उन्होंने केस से जुड़े कुछ सबूत ताला पुलिस स्टेशन में बदल दिए जाने या पुलिस स्टेशन में ही ग़लत तरीक़े से बनाए की बात कही थी. CBI ने कोर्ट से ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल और RG Kar Medical College के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की न्यायिक हिरासत की मांग की थी. सियालदह कोर्ट ने CBI की मांग को स्वीकार करते हुए दोनों आरोपियों को 30 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

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