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भारतीय खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा देने पर भारत ने चीन को रगड़ दिया, लेकिन ये होता क्या है?

11 खिलाड़ियों की टीम है. चीन ने किस-किसको नॉर्मल वीजा नहीं दिया?

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भारत सरकार चीन के स्टेपल वीजा को मंजूरी नहीं देती है. (फोटो- आजतक/ANI)

भारत सरकार ने चीन में चल रहे यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने जा रही वुशु (मार्शल आर्ट स्पोर्ट) टीम को स्टेपल वीजा दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है. भारतीय वुशु टीम वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में शामिल होने के लिए चीन जाने वाली थी. लेकिन उसे स्टेपल वीजा दिए जाने का विरोध करते हुए सरकार ने टीम के सभी खिलाड़ियों को एयरपोर्ट से वापस बुला लिया है. सरकार ने कड़े शब्दों में कहा है कि चीन का ये कदम अस्वीकार्य है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की 11 सदस्यीय वुशु टीम चीन जाने को तैयार है. इनमें से तीन खिलाड़ी अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले थे. उन्हें चीन ने स्टेपल वीजा जारी किया है. जबकि भारत सरकार चीन के स्टेपल वीजा को मंजूरी नहीं देती है.

स्टेपल वीजा क्या है, कौन से देश जारी करते हैं?

स्टेपल वीजा नॉर्मल वीजा से खासा अलग होता है. जब किसी शख्स को स्टेपल वीजा जारी किया जाता है तो पासपोर्ट के साथ एक डॉक्यूमेंट को अलग से स्टेपल किया जाता है. माने स्टेपलर की मदद से नत्थी कर दिया जाता है. जबकि नॉर्मल वीजा में ऐसा नहीं होता है. इस डॉक्यूमेंट में यात्रा से जुड़ी सारी डिटेल मौजूद होती हैं.

स्टेपल वीजा धारक जब अपनी यात्रा खत्म कर वापस आता है तो उसे मिलने वाला नत्थी वीजा, एंट्री और आउटिंग टिकट सब फाड़ दिया जाता है. यानी शख्स के पासपोर्ट पर उसकी इस यात्रा की कोई भी डिटेल मौजूद नहीं होती है. जबकि नॉर्मल वीजा में ऐसा नहीं होता है. नॉर्मल वीजा में यात्रा का पूरा लेखा-जोखा मौजूद होता है.

कौन-कौन से देश स्टेपल वीजा जारी करते हैं?

कुछ देश स्टेपल वीजा जारी करते हैं. इनमें क्यूबा, ईरान, सीरिया, और नॉर्थ कोरिया शामिल हैं. ये देश चीन और वियतनाम से आने वाले नागरिकों को स्टेपल वीजा जारी करते थे. लेकिन इन देशों के बीच हुए समझौते के बाद स्टेपल वीजा जारी करने की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया था.

27 जुलाई को जाने वाले थे खिलाड़ी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय खिलाड़ी 27 जुलाई की सुबह 1 बजे चीन के लिए रवाना होने वाले थे. तभी अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वो वापस घर लौट जाएं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया को बताया,

“हमारे संज्ञान में आया है कि चीन में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन में भारत के कुछ खिलाड़ियों को चीन की ओर से स्टेपल वीजा जारी किया गया था. ये अस्वीकार्य है. हमने इस मुद्दे पर चीनी अधिकारियों के सामने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है.”

उन्होंने आगे बताया कि स्टेपल वीजा पर हमारा स्टैंड क्लियर है. वीजा देने में जाति या स्थान के आधार पर किसी तरह का भेदभाव हमें स्वीकार्य नहीं है. भारत इस तरह की कार्रवाई पर उचित प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखता है.

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