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15 साल की लड़की किडनैप हुई, अमेरिकी पुलिस ने उसी को गोलियों से भून दिया

दो साल पहले एक अमेरिकी लड़की को अगवा किया गया था. शूटआउट हुआ. तब साफ़ नहीं हो पाया था कि लड़की को किसने मारा है. अब वीडियो आ गया है, जिसमें पुलिस ही 'दोषी' लगती है.

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तस्वीर में सवाना है और एनकाउंटर वीडियो से स्क्रीनशॉट.

अमेरिका में एक प्रांत है, कैलिफ़ोर्निया. दो साल पहले एक 15 साल की लड़की को उसके पिता ने अगवा कर लिया. किसी तरह पुलिस उस तक पहुंची. पुलिस एनकाउंटर में उसे गोली लग गई और वो मर गई. कभी साफ़ नहीं हो पाया कि उसके पिता ने उसे मारा या किसी और ने. अब एक वीडिया आया है, जिसमें दिख रहा है कि पुलिस ने दिन-दहाड़े, हाईवे पर, सरेआम-सरेकैमरा उसे गोली मारी थी.

पुलिस की बातों पर शक पहले से था

लड़की का नाम सवाना ग्राज़ियानो है. मात्र 15 साल की थी. द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, सितंबर, 2022 में उसके पिता एंथनी जॉन ग्राज़ियानो ने उसकी मां और अपनी पत्नी की कथित तौर पर हत्या कर दी थी. इसके बाद सवाना का अपहरण कर लिया था. हत्या का पता चला, तो लड़की के लिए एक अलर्ट जारी किया गया. पुलिस को आरोपी ग्राज़ियानो का ट्रक मिला. उन्होंने उसका पीछा किया. गाड़ी में सवाना भी थी. फोंटाना शहर से लगभग 55 किलोमीटर उत्तर में, हेस्पेरिया में लॉस एंजिल्स के पूर्व में एक रेगिस्तानी जगह पर पुलिस ने उन्हें घेर लिया. दोनों तरफ़ से गोलीबारी हुई. सवाना और उसके पिता एंथनी की मृत्यु हो गई.

उस वक़्त पुलिस ने दावा किया था कि पता नहीं चल पा रहा कि सवाना की मृत्यु पुलिस की गोली से हुई या उसके पिता की गोली से. हालांकि, उनकी बात में शक तब पैदा हुआ, जब उन्होंने कहा कि सवाना के गाड़ी से बाहर आने पर पुलिस को पता नहीं चला कि वो कौन है. फिर उन्होंने शूटिंग के फ़ुटेज जारी करने से भी इनकार कर दिया.

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इस घटना ने देश भर के लोगों का ध्यान खींचा. लोगों ने सवाल उठाए कि अफ़सरों ने एक निहत्थी लड़की को कैसे मार डाला. अब - घटना के लगभग दो साल बाद - विभाग ने स्वतंत्र पत्रकार जॉय स्कॉट समेत अन्य मीडिया संगठनों को एक दर्जन वीडियो फ़ाइलें दी हैं. इन वीडियोज़ में साफ़ दिखता है कि डिप्टी (पुलिस कर्मी) सवाना को आगे बढ़ने का निर्देश दे रहा है, वो आगे आ रही है. फिर अचानक उसे शूट कर देता है.

अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी AP ने क्लिप की क़ायदे से जांच की. क्लिप से पता चलता है कि पुलिस अफ़सरों को पता चल गया था कि वो सवाना ही है, क्योंकि जब उन्होंने उसे गोली मारी, तब दो और अफ़सरों ने कहा था कि वो लड़की ही है.

सवाना ग्राज़ियानो सुरक्षा से बस कुछ ही क़दम दूर थी. पीछे से पुलिस वाला चिल्लाता भी है, "रुको! रुको! वो गाड़ी में है. रुको!" मगर तब तक गोली बैरल से निकल गई थी. गोली चलते ही हेलीकॉप्टर में सवार एक डिप्टी भी कहता है, "ओह, नो!"

मतलब ये कि पुलिस को तभी से पता था. मगर उन्होंने न तो सवाना, न उसके पिता या उसकी मां की अटॉप्सी रिपोर्ट ही जारी की.

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गार्डियन से बात करते हुए सवाना के चाचा सीज़े व्याट ने कहा कि वो समझते हैं कि पुलिस मुश्किल स्थिति में थी, लेकिन फिर भी उनकी भतीजी को गोली नहीं मारनी चाहिए थी. उन्होंने कहा,

(पुलिस के लिए) बेहतर ट्रेनिंग की ज़रूरत है. ताकि निहत्थे लोग न मरें. उम्मीद है कि इस वीडियो का इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए किया जाए. उसे मरना नहीं था.

कैलिफोर्निया का न्याय विभाग अब मामले की जांच कर रहा है.