दिल्ली के RAU's IAS Coaching centre में हुए हादसे के बाद कई नामी कोचिंग सेंटर सवालों के घेरे में हैं. सवाल इसलिए कि इनमें से ज्यादातर कोचिंग सेंटर्स में क्लासेज बेसमेंट में चलाए जा रहे हैं. जो नियमों के हिसाब से सही नहीं है. अब एक और चर्चित कोचिंग सेंटर से जुड़ी खबर सामने आई है. दिल्ली हादसे के बाद बिहार के पटना में प्रशासन ने कोचिंग सेंटर्स की जांच-पड़ताल शुरू की है. इनकी सुरक्षा व्यवस्था की जांच हो रही है. मंगलवार, 30 जुलाई को राज्य सरकार के अधिकारी Khan Sir के कोचिंग सेंटर में पहुंचे.
Khan Sir की कोचिंग में जांच करने पहुंचे SDM, कागज दिखाने को कहा तो क्या जवाब दिया?
Delhi की एक कोचिंग में हुए हादसे के बाद बिहार के पटना में भी प्रशासन ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. Khan Sir की GS Research Coaching Centre में जांच करने SDM की टीम पहुंची. कोचिंग में 10 मिनट तक SDM को खान सर के लोग घुमाते रहे. फिर जब Khan Sir मिले तो क्या हुआ?
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक पटना के SDM श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर अन्य अधिकारियों के साथ जिले के कोचिंग संस्थानों की जांच कर रहे हैं. इस दौरान जांच टीम खान सर की कोचिंग में भी जायजा लेने पहुंची. बताते हैं कि जब SDM खान सर के GS रिसर्च सेंटर पहुंचे तो पहले तो खान सर के कर्मचारियों ने SDM को क्लासरूम दिखाने के नाम पर सीढ़ियों से खूब ऊपर नीचे कराया, लेकिन क्लासरूम नहीं दिखाया. वहीं SDM जब खान सर को ढूंढ़ने लगे, तो खान सर के कर्मचारी फिर SDM को घुमाने लगे, लेकिन दस मिनट बाद SDM ने खान सर को ढूंढ़ लिया.
जब SDM को मिले खान सर…बताते हैं कि SDM को देख खान सर असहज होने लगे. इस दौरान उन्होंने मीडिया को अपने कमरे से बाहर कर दिया. मीडिया के बाहर निकलने के कुछ ही मिनट बाद SDM भी बाहर आ गए और कहा कि खान सर ने कोचिंग के सभी दस्तावेज देने के लिए समय मांगा है और कल सभी दस्तावेज दिखाने खुद दफ्तर आएंगे.
इसके बाद SDM श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने जानकारी दी कि उन्होंने मंगलवार को पटना के 30 कोचिंग सेंटर्स की जांच की, जिसमें पाया गया कि बहुत कम जगह में ज्यादा स्टूडेंट को पढ़ाया जा रहा है. कुछ कोचिंग सेंटर्स का रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है. वहीं कई संस्थानों में फायर सिस्टम (Fire System) होना चाहिए, जोकि नहीं मिला.
उधर, Drishti IAS सील, क्या बोले Vikas Divyakirti?दिल्ली के Rau's IAS Study Circle हादसे के बाद MCD लगातार कार्रवाई कर रही है. नियमों के उल्लंघन के कारण कई कोचिंग सेंटर को सील किया गया है. इस लिस्ट में सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाली कोचिंग संस्था दृष्टि IAS भी है. संस्थान के दो कोचिंग सेंटर को सील किया गया. तैयारी कर रहे छात्र दृष्टि IAS के फाउंडर और विकास दिव्यकीर्ति और उनके जैसे दूसरे शिक्षकों की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं. घटना के तीन दिन बाद अब विकास दिव्यकीर्ति ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि पहले वो पूरी स्थिति को समझना चाहते थे, क्योंकि एक-डेढ़ दिन तक ये भी स्पष्ट नहीं था कि कितने बच्चे थे. उन्होंने कहा कि अब जब चीजें साफ हुई हैं तो वे स्पष्ट तरीके से बात कर सकते हैं.
समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में विकास दिव्यकीर्ति ने स्वीकार किया कि दृष्टि IAS से नियमों के स्तर से चूक हुई है. लेकिन ये भी कहा कि ये चूक ऐसी नहीं थी कि नियत खराब हो. उन्होंने कहा,
"विचित्र बात ये है कि दिल्ली में कोचिंग की संख्या कम से कम एक हजार होगी. लेकिन इनमें फायर डिपार्टमेंट का अनापत्ति प्रमाण पत्र (NoC) किसी के पास नहीं है. फायर NoC शिक्षण संस्थानों की बिल्डिंग के लिए. ऐसा नहीं है कि हमने या बाकी इंस्टीट्यूट ने कोशिश नहीं की."
उन्होंने दावा किया कि सीलिंग की कार्रवाई 50 से ज्यादा इंस्टीट्यूट के खिलाफ हुई है. इसमें एक नाम उनके संस्थान का भी है. करोलबाग में अपने एक कोचिंग सेंटर की सीलिंग को लेकर दिव्यकीर्ति ने बताया कि उस बेसमेंट को कमर्शियल इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली हुई है. वहां ऑफिस ही चलाया जा रहा था. लेकिन नगर निगम पर दबाव था इसलिए उसने सबके खिलाफ कार्रवाई की है.
वीडियो: खान सर ने रक्षाबंधन पर क्या रिकॉर्ड बनाकर सबको चौंकाया?