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भारत को तोड़ने की बात करने वाला जगमीत सिंह, कनाडा में ही चुनाव हार गया

Canada Election 2025 Result: खालिस्तानी नेता Jagmeet Singh को करारी हार मिली है. इस हार के बाद उन्होंने अपनी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के चीफ से इस्तीफा दे दिया है. वहीं, Mark Carney की लिबरल पार्टी 160 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.

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जगमीत सिंह को कनाडा आम चुनाव में करारी हार मिली है (फोटो: इंडिया टुडे)

कनाडा की लिबरल पार्टी ने आम चुनाव मेंं बड़ी बढ़त हासिल कर ली है. मतदान खत्म होने के बाद सभी 343 सीटों पर मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मौजूदा प्रधानमंत्री मार्क कार्नी (Mark Carney) एक बार फिर PM की कुर्सी पर काबिज होने के लिए तैयार हैं. उनकी पार्टी धीरे-धीरे बहुमत की तरफ बढ़ रही है. इन सबके बीच खालिस्तानी नेता जगमीत सिंह (Jagmeet Singh) को करारी हार मिली है. इस हार के बाद उन्होंने अपनी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के चीफ से इस्तीफा दे दिया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जगमीत सिंह ने बर्नबी सेंट्रल के ब्रिटिश कोलंबिया निर्वाचन क्षेत्र से अपनी हार स्वीकार कर ली है. कनाडाई मीडिया की मानें तो पार्टी को अपना आधिकारिक दर्जा खोने का खतरा है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 46 साल के नेता जगमीत सिंह ने हार स्वीकार करते हुए कहा,

मैं निराश हूं कि हम ज्यादा सीटें नहीं जीत सके. लेकिन मैं अपने आंदोलन से निराश नहीं हूं. मैं अपनी पार्टी के लिए उम्मीद से भरा हुआ हूं. मैं जानता हूं कि हम हमेंशा डर के बजाय उम्मीद को चुनेंगे.

बता दें कि उन्होंने आठ साल तक पार्टी अध्यक्ष रहने के बाद पार्टी प्रमुख का पद छोड़ दिया है. खबर लिखे जाने तक मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी 160 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. जबकि NDP केवल 2 प्रतिशत वोट शेयर के साथ केवल सात सीटों पर सिमट गई है. वहीं, कंजर्वेटिव पार्टी 147 सीटों पर अपनी बढ़त बनाए हुए है. 

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इस चुनाव का आधिकारिक रिजल्ट 30 अप्रैल या 1 मई को आएगा. हालांकि, लिबरल पार्टी को अभी बहुमत नहीं मिला है और उसे सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों से गठबंधन करना पड़ेगा. जैसा कि उसने 2019 और 2021 मेंं किया था. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले तक लिबरल पार्टी हारती हुई नजर आ रही थी. लेकिन ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में टैरिफ से जुड़े फैसलों के चलते मामला उलट गया. वहीं, ट्रंप के ‘कनाडा को 51वां राज्य बनाने’ वाले बयान ने भी कनाडाई नागरिकों के अंदर राष्ट्रवाद की भावना को जगा दिया.

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