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"टेंट में रखी गुड़िया..."- राम मंदिर पर कांग्रेस के मंत्री का बयान, बवाल रुकेगा नहीं?

कांग्रेस नेता KN Rajanna ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया तब एक तंबू में दो डॉल (गुड़िया) रख दिए गए. और कहा गया कि ये राम हैं. बाद में उन्होंने सफाई भी दी.

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केएन राजन्ना ने राम मंदिर पर 'विवादित' बयान दिया है. (तस्वीर साभार: ANI/इंडिया टुडे)

राम मंदिर (Ram Mandir) पर कांग्रेस नेता केएन राजन्ना (KN Rajanna) के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. राजन्ना कर्नाटक (Karnataka) सरकार में मंत्री हैं. उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से कुछ रोज पहले ये ‘विवादित’ बयान दिया है. बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए सफाई भी दी. इस मामले में विश्व हिंदू परिषद (VHP) का भी जवाब आया है. अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है.

न्यूज एजेंसी ANI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केएन राजन्ना ने कहा कि BJP राम मंदिर के नाम पर लोगों को धोखा दे रही है. उन्होंने कहा,

"राम मंदिर का इतिहास हजारों सालों का है. लेकिन भाजपा चुनाव के लिए मंदिर बना रही है."

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उन्होंने आगे कहा,

"जब बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया था तब मैं अयोध्या गया था. बाद में उन्होंने एक तंबू में दो डॉल (गुड़िया) रख दिए. और कहा कि ये राम हैं."

राजन्ना ने कहा,

“जब हम राम मंदिर जाते हैं तो एक अलग एहसास मिलता है. लेकिन अयोध्या में मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ.”

KN Rajanna की सफाई

कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया. इसके बाद, केएन राजन्ना ने अपनी सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि (तब) तंबू में गुड़िया रखी हुई थी. अभी वहां क्या है, ये मैंने नहीं देखा है. एक बार जाकर देखूंगा और फिर बताऊंगा कि वहां क्या है. 

केएन राजन्ना के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का जवाब आया. विहिप अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि ऐसे बयान निराशा और हताशा के कारण आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को बहुत सारी कल्पनाएं सूझ रही हैं. 

समारोह से कांग्रेस की दूरी

इस बीच, 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से कांग्रेस पार्टी ने अपनी दूरी बना ली है. पार्टी ने बयान जारी कर कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी इस समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे. पार्टी ने इसे RSS/BJP का इवेंट बताया था.

इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी बयान आया. भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का कार्यक्रम राजनीतिक कार्यक्रम है. उन्हें धर्म का फायदा नहीं उठाना. राहुल ने कहा कि उन्हें धर्म को शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं है. जो धर्म को सचमुच मानता है, वो धर्म के साथ व्यक्तिगत रिश्ता रखता है. जो अपनी जिंदगी में धर्म के साथ पब्लिक रिश्ता रखता है, वो धर्म का फायदा उठाता है. उन्होंने कहा कि वो लोगों के साथ ठीक से बर्ताव करते हैं, उनकी इज्ज़त करते हैं, यही उनका धर्म है.

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वीडियो: राम मंदिर अयोध्या में आज बना, लेकिन 76 साल पहले क्या हुआ था?

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