कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शपथ ग्रहण के एक दिन बाद कार्यकर्ताओं से कहा कि वे "खुश नहीं" हैं. कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत के बावजूद शिवकुमार का ये बयान आया है. शिवकुमार का मकसद पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करना है. 21 मई को शिवकुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लिया था. इसी दौरान उन्होंने कहा कि वे विधानसभा चुनाव में 135 सीटें जीतकर खुश नहीं हैं. शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं.
"मैं खुश नहीं हूं..."- शपथग्रहण के बाद डीके शिवकुमार बोले
डीके ने पार्टी कार्यकर्ताओं को घर पर जुटने से क्यों मना किया?

कार्यक्रम में डीके शिवकुमार ने कहा,
"हमारा फोकस सही जगह होना चाहिए और वो है आगामी लोकसभा चुनाव. कांग्रेस पार्टी को अब से हर चुनाव में बेहतर करना चाहिए और इसके लिए हम सबको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. ये सिर्फ शुरुआत है और सिर्फ एक जीत से आलसी नहीं बन जाना है."
साल 2019 में कांग्रेस ने राज्य की 28 लोकसभा सीटों में सिर्फ एक पर जीत हासिल की थी. जबकि बीजेपी के हिस्से 25 सीटें आई थीं.
शिवकुमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में शांति कायम करने की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्कर्स से अपील की कि वे उनके या सीएम सिद्दारमैया के घर के बाहर जमा ना हो. डीके ने कहा कि हमें राज्य में अगले पांच के लिए एक मजबूत सरकार देने की जरूरत है.
"कर्नाटक से किया वादा पूरा करेंगे"इस कार्यक्रम के बाद शिवकुमार ने कहा कि 'भारत जोड़ो' का जो मकसद था उसे हम लागू करने वाले हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा,
"मेरी प्राथमिकता सिर्फ एक चीज है, हमने कर्नाटक के लोगों से जो वादा किया था उसे पूरा किया था. लोगों ने जो भरोसा हमारे प्रति दिखाया है, उसे निभाना है. हम कभी नकारात्मक राजनीति नहीं करते हैं. कोई घृणा नहीं फैलाते हैं. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे. हमारी प्राथमिकता है कि विकास के साथ शांति और सदभावना को स्थापित करें."
कर्नाटक चुनाव के नतीजों और फिर सीएम पद के लिए कई दिनों की रस्साकशी के बाद 20 मई को शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. सिद्दारमैया दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने. इन दोनों के साथ आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.
सीएम पद के लिए लगी रेस के बीच डीके शिवकुमार ने कहा था कि उन्होंने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को आश्वस्त किया था कि वे कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाएंगे. शिवकुमार ने साफ कहा था कि वे पार्टी के राज्य अध्यक्ष हैं और उनकी अध्यक्षता में कांग्रेस ने 135 सीटें जीती हैं. शिवकुमार के समर्थकों ने उन्हें सीएम बनाने के लिए खूब प्रदर्शन किया था. हालांकि पार्टी आलाकमान ने शिवकुमार को मना लिया और सिद्दारमैया मुख्यमंत्री बन गए.
वीडियो: डीके शिवकुमार कांग्रेस को जिताने के बाद भी CM क्यों नहीं बन पाए?