The Lallantop

यूपी : पुलिस ने दलितों की बारात पहले निकलवाई, फिर दिग्विजय सिंह और साथी शादी में पहुंचे और....

दलित परिवार ने आरोप लगाया कि हमला करने वालों ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ा.

post-main-image
लाठी-डंडे लेकर हमला करते लोग (फोटो- वीडियो स्क्रीनशॉट)

उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दलित युवती की शादी में मारपीट मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 60 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. 7 दिसंबर को कानपुर देहात के राजपुर इलाके में एक दलित परिवार में शादी थी. बारात राजपुर के गेस्ट हाउस में रुकी थी. तथाकथित ऊंची जाति के कुछ लोगों ने गेस्ट हाउस में बारातियों से मारपीट की थी और सामान भी तोड़ दिए थे. पुलिस ने मामले में 10 दिसंबर को एक केस दर्ज किया, जिसके बाद दो लोगों की गिरफ्तारी हुई.

मारपीट क्यों हुई?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 7 दिसंबर को बारात दलित युवती के घर की ओर जा रही थी. वहीं पर तथाकथित ऊंची जाति की भी बारात निकल रही थी. कुछ लोगों ने दलित परिवार की बारात रोक दी क्योंकि वे पहले अपनी बारात निकालना चाहते थे. इसी पर विवाद हुआ तो पुलिस पहुंच गई. फिर पुलिस की मौजूदगी में पहले दलित परिवार की बारात वहां से निकलकर गेस्ट हाउस पहुंची.

इससे दूसरी बारात के लोग नाराज हो गए. फिर वे गेस्ट हाउस पहुंच गए जहां दलित परिवार की बारात रुकी थी. पुलिस के मुताबिक वहां जबरन घुसकर उन्होंने सामानों को तोड़ा और लोगों के साथ मारपीट की. घटना का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग लाठी लेकर दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

‘जातिसूचक गालियां दी’

दलित युवती के पिता रमेश कोरी की शिकायत पर FIR दर्ज हुई. शिकायत में रमेश कोरी ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने बारात रोककर जातिसूचक गालियां दी थी. उन्होंने बताया कि पुलिस को बुलाने और फिर बारात निकलने से वे लोग नाराज हो गए. उन्होंने आरोप लगाया, 

“बाद में शादी की जगह पहुंच गए और मारपीट करने लगे. हमला करने वालों ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ा. मेरी बेटी की शादी पुलिस की मौजूदगी में हुई. सभी वहां डरे हुए थे.”

पुलिस के अनुसार, FIR में जिन 10 आरोपियों के नाम हैं उनमें दिग्विजय सिंह, राम चंद्र, भगवान सिंह, अनुराग सिंह, सचिन सिंह, शिवम सिंह, दीपक सिंह, इंद्रजीत, कल्लू और चंदन शामिल हैं. इसके अलावा 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है. दो गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मीडिया को बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द होगी. दो गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मीडिया को बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द होगी. आरोपियों के खिलाफ दंगा करने, मारपीट, तोड़फोड़ और एससी एसटी (अत्याचार निवारण) कानून के तहत केस दर्ज हुआ है.

वीडियो: अखिलेश यादव ने यूपी के दोनों डिप्टी सीएम को दिया ऑफर, बोले- बीजेपी तोड़कर आओ तो सीएम बना दूंगा