नवाब सिंह यादव (Nawab Singh Yadav). उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) में इस नाम पर बवाल कायम है. यादव को 12 अगस्त को नाबालिक बच्ची से रेप के प्रयास में गिरफ्तार किया गया. और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. इसके बाद उनकी पार्टी को लेकर सवाल उठने लगे. उन्हें पहले समाजवादी पार्टी से जोड़ा गया. लेकिन सपा ने इससे इनकार कर दिया. इसके बाद यादव की एक तस्वीर वायरल हुई. दावा किया जा रहा है कि इस तस्वीर में यादव और भाजपा से कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक साथ नजर आ रहे हैं.
कन्नौज में नाबालिग के साथ रेप का प्रयास, आरोपी सपा से जुड़ा है या भाजपा से? विवाद काफी बढ़ गया है
नवाब सिंह गिरफ्तार: Nawab Singh Yadav को पहले Samajwadi Party का नेता बताया गया. BJP नेताओं ने इसमें Akhilesh Yadav का नाम भी लिया. इसके बाद एक तस्वीर सामने आई. कहा गया कि इस तस्वीर में नवाब सिंह और Kannauj के पूर्व सांसद Subrat Pathak साथ नजर आ रहे हैं.
भाजपा के आरोपों के बाद सपा के जिला अध्यक्ष कलीम खान ने एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा,
"नवाब सिंह यादव को समाजवादी पार्टी का नेता बताया जा रहा है, जो गलत है. नवाब सिंह 5 सालों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. यहां तक कि वो पार्टी के प्रारंभिक या सक्रिय सदस्य भी नहीं है. इसके बावजूद उन्हें समाजवादी पार्टी का सदस्य बताकर, पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है."
खान ने आग्रह किया कि नवाब सिंह का नाम उनकी पार्टी के नाम से ना जोड़ा जाए.
Subrat Pathak ने उठाया सवालइसके बाद सुब्रत पाठक ने इस मामले पर और जोर दिया. और सपा के इस दावे पर सवाल उठाया कि नवाब सिंह, सपा का सदस्य नहीं रहा है. उन्होंने इस मामले को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी जोड़ा. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,
"कन्नौज के समाजवादी पार्टी के नेता के ऊपर नाबालिग से रेप की कोशिश के गंभीर आरोप में पुलिस की गिरफ्तारी के बाद, सपा के कन्नौज जिला अध्यक्ष कह रहे हैं कि वो पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं. जबकी समाजवादी पार्टी और पार्टी के अध्यक्ष का कुछ दिन पूर्व का इनकी माता के निधन उपरांत का पत्र बहुत कुछ कहता है. बस अयोध्या और कन्नौज में अंतर इतना है कि अयोध्या वाला मुसलमान है तो उसके लिए DNA की जांच की मांग होती है और पार्टी से नहीं निकाला जाता है. दूसरी ओर कन्नौज बाले को मुस्लिम जिला अध्यक्ष के द्वारा पार्टी में न होने की झूठी बात कही जाती है."
उन्होंने अपने पोस्ट में 1 स्क्रीनशॉट लगा है और 1 चिट्ठी की तस्वीर भी है. पाठक के आरोप के बाद अब उनकी एक तस्वीर वायरल है. दावा किया गया कि नवाब सिंह के साथ पाठक नजर आ रहे हैं.
उनकी एक और तस्वीर वायरल है जिसमें उनको ‘वरिष्ठ नागरिक सम्मान’ दिया जा रहा है.
सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि घटना को किसी पार्टी या किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए. नदवी ने कहा कि जब सपा ने BJP को हराया है और लोगों का भरोसा जीता है, तब से BJP, सपा को बदनाम करने के लिए ये सब कर रही है.
क्या है पूरा मामला?आरोप है कि नवाब सिंह यादव ने एक नाबालिग बच्ची को काम का झांसा देकर बुलाया था. और उसका यौन शोषण करने की कोशिश की. बच्ची किसी तरह वहां से बच निकली और 112 पर कॉल कर पुलिस को जानकारी दी. SP अमित कुमार आनंद ने बताया कि पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो पीडि़ता आपत्तिजनक हालत में थी. इसके बाद यादव को गिरफ्तार कर लिया गया.
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