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'हिंदू राष्ट्र क्यों? पता लग गया क्यों!' बांग्लादेश हिंसा पर कंगना रनौत क्या सोचती हैं? सब बोल दिया

Bangladesh Violence पर Kangana Ranaut ने कहा कि मुस्लिम देशों में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि खुद मुसलमान भी नहीं. और क्या बोलीं BJP की सांसद?

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बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी नेता कंगना रनौत भी बांग्लादेश हिंसा पर बोल दी हैं (फ़ाइल फोटो: PTI)

सोमवार, 5 अगस्त को बांग्लादेश (Bangladesh unrest) में बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला. हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया (Sheikh Hasina resignation). कुछ ही देर में देश छोड़कर निकलना पड़ा. और वो बांग्लादेश छोड़कर भारत आई हैं. इस सब के बीच भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत (BJP MP Kangana Ranaut) की भी टिप्पणी आई है. बांग्लादेश के बवाल को धार्मिक रंग देते हुए, कंगना ने मुस्लिम देशों में सुरक्षा पर सवाल उठाए. 

अपने X अकाउंट से पोस्ट करते हुए भाजपा सांसद ने लिखा,

आस-पास के सभी इस्लामिक गणराज्यों की मूल मातृभूमि भारत ही है. हमें गर्व और खुशी है कि बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री भारत में सुरक्षित महसूस कर पा रही हैं. लेकिन जो लोग भारत में रहते हैं, वो सवाल पूछते रहते हैं कि हिंदू राष्ट्र क्यों? राम राज्य क्यों? तो ये स्पष्ट है क्यों!!

मुस्लिम देशों में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक मुस्लिम खुद नहीं. 

अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और ब्रिटेन में जो कुछ भी हो रहा है, दुर्भाग्यपूर्ण है. हम सौभाग्यशाली हैं कि हम रामराज्य में रह रहे हैं. जय श्री राम. 

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भाजपा सांसद ने X पर यह पोस्ट किया
सोनम कपूर ने ये कहा 

बांग्लादेश में भड़की हिंसा और उथल-पुथल के बीच, बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर ने चिंता जाहिर की. सोनम ने इस बारे में इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर की. लिखा कि यह सब भयावह है, आइए हम सब बांग्लादेश के लोगों के लिए प्रार्थना करें.

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बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने लगातार 15 सालों तक देश की बागडोर संभाली. कुछ दिन पहले तक किसी ने कल्पना तक नहीं की थी कि उनके कार्यकाल का अंत ऐसा होगा. 

दरअसल बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर प्रदर्शन हो रहे थे. बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में 56 फीसद सीटें आरक्षित हैं. जिसमें 1971 युद्ध में शामिल लोगों के घरवालों के लिए सबसे ज्यादा 30 फीसद सीटें हैं. आरक्षण को लेकर विवाद हुआ, तो लोग भारी तादाद में सड़कों पर उतर आए. पर सोमवार, 5 अगस्त को हालात बेकाबू हो गए. जिसके चलते शेख हसीना को देश तक छोड़ना पड़ा.

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