चुनाव आयोग (ECI) ने आज यानी 15 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाया है. ये तय माना जा रहा है कि आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election Date) को लेकर तारीखों का एलान कर सकता है. इस एलान के पहले हेमंत सोरेन की पार्टी JMM चर्चा में है. दरअसल, पार्टी ने ECI पर आरोप लगाया है. JMM नेता मनोज पांडेय ने कहा है कि BJP नेताओं को 14 अक्टूबर को ही चुनाव के तारीखों से जुड़ी जानकारी मिल गई थी. उन्होंने कहा कि ECI कठपुतली है.
'कठपुतली है इलेक्शन कमीशन' चुनाव से पहले हेमंत सोरेन की पार्टी ने पहला हमला ECI पर किया
Hemant Soren की पार्टी JMM ने कहा है कि Jharkhand में चुनाव के तारीखों से जुड़ी जानकारी BJP को पहले ही मिल गई थी. उन्होंने कहा कि ECI कठपुतली है.
पांडेय ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
“हम चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. लेकिन आज चुनाव की घोषणा होने वाली है और इसकी जानकारी BJP के नेताओं को कल ही हो गई थी. ये बहुत गंभीर विषय है. क्या BJP नेताओं के इशारे पर चुनाव आयोग काम करती है? हिमंता बिस्वा सरमा कल अपने एक बयान में बोल गए कि आज चुनाव की घोषणा होने वाली है. किसी आयोग को इस कदर कठपुतली बनाकर रखना ये गंभीर बात है.”
ये भी पढ़ें: अब हेमंत सोरेन सरकार केंद्र को सुप्रीम कोर्ट लेकर पहुंच गई, CJI चंद्रचूड़ क्या बोले?
हिमंता बिस्वा सरमा BJP नेता और असम के मुख्यमंत्री हैं.
राज्य में कुल 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. इसमें 9 सीट SC समुदाय और 28 सीट ST समुदाय के लिए आरक्षित है. 5 जनवरी, 2025 को झारखंड विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने वाला है. चुनाव आयोग ने दिल्ली में 15 अक्टूबर की दोपहर 3:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ANI से कहा,
"BJP और NDA महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है. हमें विश्वास है कि हरियाणा की तरह, महाराष्ट्र भी BJP के नेतृत्व वाली NDA सरकार को चुनेगी. झारखंड के लोग हेमंत सोरेन की वोट बैंक और भ्रष्ट राजनीति के कारण निराश हैं. और वो भाजपा के नेतृत्व में विकास समर्थक, आदिवासी समर्थक सरकार के लिए वोट देने के लिए उत्सुक हैं. हमें विश्वास है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दोनों राज्यों में BJP की सरकार बनेगी."
इससे पहले 24 सितंबर को ECI की टीम ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियों की गहन समीक्षा की थी. इससे पहले साल दिसंबर 2019 में राज्य में 5 चरणों में चुनाव हुए थे.
वीडियो: सिपाही भर्ती के दौरान 11 अभ्यर्थियों की मौत, बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर क्या आरोप लगाया?