The Lallantop

जीतन राम मांझी नीतीश सरकार से नाखुश? अब तो सबके सामने बोल दिया- '1 रोटी से पेट नहीं भरता... '

HAM के अध्यक्ष Jitan Ram Manjhi के बेटे Santosh Kumar Suman को Nitish kumar की सरकार में मंत्री बनाया गया है. लेकिन, मांझी अपने बेटे को मिले विभागों को लेकर अब 'असंतुष्ट' नजर आ रहे हैं. क्या-क्या बोले हैं?

post-main-image
जीतन राम मांझी ने BJP-JDU को साफ-साफ़ मैसेज दे दिया है | फाइल फोटो

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को NDA की सरकार बनाई थी. महज एक हफ्ता अभी बीता है और असंतोष की आवाजें आने लगी हैं. मंत्रियों के विभागों के बंटवारे से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी खुश नजर नहीं आ रहे हैं. नीतीश कुमार ने उनके बेटे और बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रविधिकी और एससी-एसटी कल्याण विभाग दिया है. इसे लेकर ही जीतन राम मांझी ने सवाल उठाए हैं. HAM के अध्यक्ष मांझी ने इशारों-इशारों में BJP और JDU तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की है. आइए जानते हैं कि जीतन राम मांझी क्या बोले हैं?  

आजतक से जुड़े शशि भूषण कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार, 5 फरवरी को जीतन राम मांझी ने खुले मंच से विभागों के बंटवारे पर असंतोष जाहिर किया. राज्य के गया में उन्होंने कहा,

"हमारा एक रोटी से पेट नहीं भरता है. हम 2-3 रोटी की मांग करेंगे. कम से कम 2 रोटी तो दीजिए. गरीबों के लिए काम करना है तो हमको अच्छा विभाग भी चाहिए. अपने नेता से इसके लिए मांग रखे हैं."

आगे बोले-

"मैं मंत्री था तब भी यही विभाग मिला और मेरे बेटे संतोष को भी एससी-एसटी कल्याण विभाग ही मिलता है… क्या पथ निर्माण और भवन निर्माण विभाग का काम हम लोग नहीं कर सकते हैं? मुझे इस बात का दुख है."

जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन इससे पहले जब महागठबंधन की सरकार में मंत्री थे, तब भी उन्हें एससी-एसटी कल्याण दिया गया था. इससे पहले जब जीतन राम मांझी बिहार सरकार में मंत्री थे, तब उनके पास भी इसी विभाग की जिम्मेदारी थी.

Santosh Kumar Suman के NDA छोड़ने की चर्चा होने लगी!

बिहार में इससे पहले रविवार, 4 फरवरी को देर शाम भी एक चर्चा सामने आई थी कि मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने नई सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. चर्चा इतनी ज्यादा हुई कि बाद में खुद संतोष कुमार सुमन ने ट्वीट करके कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है और वो बिहार की NDA सरकार के साथ हैं. उन्होंने NDA सरकार छोड़ने की खबरों को निराधार बताया. 

Nitish kumar सरकार में किसे क्या मिला?

28 जनवरी को नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन का साथ छोड़ते हुए CM पद से इस्तीफा दे दिया था. उसी दिन शाम 5 बजे उन्होंने NDA गठबंधन की सरकार बना ली और CM पद की शपथ ले ली. BJP के विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. BJP के डॉ प्रेम कुमार, JDU से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, HAM से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली.

3 फरवरी को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से गृह मंत्रालय और सामान्य प्रशासन अपने पास रखा. साथ ही मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन एवं अन्य सभी विभाग जिसमें मंत्री नहीं हैं, उन्हें नीतीश कुमार ने अपने पास ही रखा. उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य-कर, नगर विकास जैसे अहम मंत्रालय दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें:-‘पलटू राम’ बोलकर मांझी ने लल्लनटॉप को पहले ही बता दिया कि बिहार में क्या होगा

दूसरे उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास कृषि और पथ निर्माण जैसे मंत्रालय हैं. कुल मिलाकर BJP के इन दोनों नेताओं के पास 9-9 विभाग का प्रभार है. BJP के ही डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और पर्यटन विभाग का मंत्री बनाया गया.

जदयू कोटे से मंत्री बने विजय चौधरी को शिक्षा समेत कुल 6 विभाग और बिजेन्द्र यादव को ऊर्जा समेत कुल 5 विभागों की जिम्मेदारी दी गई. श्रवण कुमार के पास 3 विभागों का प्रभार है. इसके अलावा जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को 2 और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को एक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली.

वीडियो: जमघट: जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार और लालू यादव के बारे में कौन सा किस्सा सुनाया?