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झारखंड में चार बच्चों की जलकर मौत, मुआवजे की मांग पर JMM के मंत्री ये बोले

इस घटना के बाद से गीतिलिपी गांव में शोकग्रसत माहौल है. मृतकों के परिजन सदमे में हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.

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झारखंड में पुआल घर में आग लगने से चार बच्चों की मौत. (तस्वीर:X/@Geetakora1)

झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में पुआल (सूखी घास) घर में आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई. मृतकों में तीन बच्चियां शामिल हैं और सभी की उम्र 5 साल से कम है. घटना का सही कारण अभी तक पता नहीं लग सका है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. झारखंड के राजस्व मंत्री दीपक बिरुआ ने पीड़ितों के परिवार को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है.  

बच्चों को बचाया नहीं जा सका, परिजनों ने मुआवजे की मांग की

घटना झारखंड के चाईबासा थाना क्षेत्र के गीतिलिपी गांव की है.जहां 17 मार्च की सुबह 11 बजे पुआल के पास आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गई. ‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के मुताबिक, गीतिलिपी गांव की एक महिला बिरंग गगराई पानी लेने गई थी. वहां उसने देखा कि एक घर में पुआल घर में आग लग गई है और उसमें कुछ बच्चे फंसे हुए थे.

महिला ने बच्चों को निकालने का प्रयास किया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई.  गांव वालों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन बच्चों को बचाया नहीं जा सका.

चाईबासा के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर का इस घटना पर बयान आया है. उन्होंने कहा,

मामले की विस्तृत जांच के लिए एक टीम मौके पर भेजी गई है. आग लगने के समय बच्चे घास के ढेर के पास खेल रहे थे. आग लगने के सही कारण का पता लगाया जा रहा है.

इस घटना के बाद से गीतिलिपी गांव में शोक का माहौल है. ‘आजतक’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतकों के परिजन सदमे में हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.

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विधायक ने आर्थिक सहयोग का आश्वासन दिया, BJP प्रवक्ता ने दुख जताया

चार बच्चों की मौत की घटना सामने आने के बाद झारखंड के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. चाईबासा के विधायक और झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री दीपक बिरुआ ने ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा,

चाईबासा के जगन्नाथपुर स्थित गीतिलिपि गांव में आग से झुलस कर बच्चों की मौत से मन व्यथित है. निःशब्द हूं. परमेश्वर दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान कर बच्चों के माता-पिता को इस असहनीय पीड़ा को सहन करने की शक्ति दें.

उन्होंने पीड़ित परिवार को एक-एक लाख रुपये आर्थिक सहयोग देने की बात कही है. बिरुआ ने आगे लिखा,

ग्रामीण क्षेत्र के लोग यह ध्यान रखें की बच्चे पुआल में अकेले नहीं खेलें ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके. किसी की जान तो वापस नहीं लाई जा सकती लेकिन हेमंत सोरेन सरकार पीड़ित परिवार को एक-एक लाख रुपये का आर्थिक सहयोग अवश्य करेगी.

वहीं, झारखंड BJP की प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने पीड़ितों ने घटना पर दुख जताया है. उन्होंने अपने ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट किया,

पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर स्थित गीतिलीपी गांव में चार मासूम बच्चों के जिंदा जलने से हुई मौत की सूचना अत्यंत ही दुखद है. संकट की इस घड़ी में मैं पीड़ित परिवारजनों के साथ खड़ी हूं तथा ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.

झारखंड में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं

पश्चिमी सिंहभूम जिले में मार्च, 2021 में भी इस तरह की घटना हो चुकी है. जिले के झिंकपानी गांव में दो बच्चे अपने घर के पास पुआल में खेल रहे थे. इस दौरान पुआल में आग लगने से वे उसमें झुलस गए. उन्हें काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो गई थी.

वहीं, लगभग 15 दिन पहले झारखंड के गढ़वा में एक पटाखे की दुकान में आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई थी. ‘लाइव मिंट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल थे.

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