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'गर्म तवे से दागा, दांत तोड़े, पेशाब चटाया', आदिवासी महिला के आरोपों के बाद BJP नेता सस्पेंड

झारखंड की आदिवासी महिला का दर्दनाक वीडियो वायरल. सस्पेंडेड BJP नेता सीमा पात्रा के बेटे ने की महिला की मदद. नेता ने अपने बेटे को मानसिक तौर पर बीमार बताया.

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बिस्तर पर लेटी सुनीता और सीमा पात्रा.

बीजेपी ने झारखंड (Jharkhand) में पार्टी की नेता सीमा पात्रा (Seema Patra) को निलंबित कर दिया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने एक विकलांग आदिवासी लड़की को अपने घर में बंधक बनाकर रखा था और आठ सालों से लगातार अत्याचार कर रही थीं. सीमा पात्रा भाजपा (BJP) की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं. इसके साथ-साथ वो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की राज्य संयोजक भी थीं. उनके पति महेश्वर पात्रा एक रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं. झारखंड बीजेपी के प्रमुख दीपक प्रकाश ने सीमा पात्रा को पार्टी से निलंबित करने का आदेश जारी किया.

इधर इस पूरे मामले से जुड़ा एक बेहद दर्दनाक वीडियो सामने आया है, जिसमें गुमला की रहने वाली आदिवासी महिला सुनीता अस्पताल की बिस्तर पर लेटी हुई हैं और अपने ऊपर हुए भयावह जुल्म को बयां कर रही हैं. उनके शरीर पर दर्जनों जख्म हैं. उन्होंने कहा कि सीमा पात्रा के यहां बंधक बनाए जाने के दौरान उन्हें गरम तवे से कई जगहों पर दागा गया था. इस दौरान उनसे घरेलू सहायिका के काम कराए जाते थे.

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उनके कई दांत टूटे हुए हैं और वो बैठने की भी स्थिति में नहीं हैं. आसपास के लोग उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि वो जल्द ठीक हो जाएंगी. लेकिन वह रो-रोकर अपने दर्द बयां कर रही हैं. उन्होंने कहा कि उनसे जीभ से फर्श की सफाई कराई गई, पेशाब चटाया गया और रॉड से उनके दांत तोड़े गए थे.

बेटे ने ही मदद की

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनीता की मदद सीमा के बेटे आयुष्मान ने ही की. आयुष्मान ने सचिवालय में काम कर रहे अपने दोस्त विवेक बस्के को इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी मां घरेलू सहायिका सुनीता को बर्बर यातनाएं देती हैं और हरसंभव तरीके से प्रताड़ित करती हैं.

विवेक ने आजतक से बताया कि इस बारे में उन्होंने रांची डीसी को सूचना दी थी. इसके बाद पुलिस ने मामले को कन्फर्म किया और सीमा पात्रा के अशोक नगर स्थित आवास से सुनीता को रेस्क्यू किया.

वहीं, सीमा ने दावा किया है कि उन्होंने सुनीता के साथ ऐसा कुछ नहीं किया और उनका बेटा आयुष्मान मानसिक तौर पर बीमार है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने झूठे आरोप लगाए हैं. फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर सीमा पात्रा के खिलाफ अरगोड़ा थाने में केस दर्ज किया जा चुका है, जिसमें एससी/एसटी एक्ट 1989 की धाराओं के अलावा IPC की धारा 323 (जानबूझ कर स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) भी शामिल है.

DSP हटिया को इस मामले की जांच करने के लिए निर्देश दिया गया है. वहीं, कांग्रेस की विधायक दीपिका ने इस मामले में सीमा पात्रा के खिलाफ कड़ी करवाई और सजा की मांग की है.

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