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गौतम गंभीर के बाद जयंत सिन्हा ने भी चुनावी राजनीति को बाय-बाय कहा, आगे का प्लान भी शेयर किया

Gautam Gambhir के बाद Jayant Sinha ने भी चुनावी राजनीति को अलविदा कहा है. जयंत सिन्हा ने ये भी बताया है कि वो देश-दुनिया में किस बड़े मुद्दे पर अब काम करेंगे?

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जयंत सिन्हा ने राजनीति से छोड़ने की मांग की(फोटो: आजतक)

जयंत सिन्हा (MP Jayant Sinha). BJP के लोकसभा सांसद. उन्होंने चुनावी राजनीति को बाय-बाय करने का फैसला ले लिया है. अपने X अकाउंट पर पोस्ट करते हुए उन्होंने इसकी जानकारी दी है. जयंत ने राजनीति छोड़ने के बाद अपना आगे का प्लान भी शेयर किया है. इससे पहले BJP सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने भी एक पोस्ट के जरिए खुद को राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त किए जाने की मांग की थी.

Jayant Sinha ने क्या-क्या बताया?

शनिवार, 2 मार्च को झारखंड के हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा ने X पर अपने एक पोस्ट में कहा,

'मैंने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे मेरी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने की मांग की है. मैं भारत और दुनियाभर में होने वाले जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए काम करना चाहता हूं. इसके बाद भी मैं पार्टी के साथ इकोनॉमिक और शासकीय मुद्दों पर काम करता रहूंगा.

मुझे भारत के और हजारीबाग के लोगों की सेवा करने सौभाग्य मिला. मुझे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री माननीय अमित शाह द्वारा सौंपे गए कार्यों को करने का मौका मिला है. सभी का आभार. जय हिंद.'

जयंत सिन्हा ने साल 2014 में झारखंड के हजारीबाग इलाके से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसके बाद वो जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. जयंत सिन्हा नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री भी हैं. इससे पहले वो वित्त राज्य मंत्री भी रह चुके हैं.

गौतम गंभीर ने क्या कहा?

गौतम गंभीर ने भी अचानक राजनीति से संन्यास लेने का फैसला लिया है. आज सुबह ही गंभीर ने अपने X अकाउंट पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त किए जाने की अपील की है. उन्हें क्रिकेट के क्षेत्र में अपने कामों पर ध्यान देना है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को धन्यवाद भी दिया है. फिलहाल गौतम गंभीर इस वक्त ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद हैं.

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बता दें कि 29 फरवरी को दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर एक बैठक हुई थी. इसमें दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, संगठन मंत्री पवन राणा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे. चर्चा है कि इस बैठक में दिल्ली के सात लोकसभा प्रत्याशियों पर बात हुई थी. बता दें कि साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.

वीडियो: लोकसभा चुनाव से पहले गौतम गंभीर ने अचानक पॉलिटिक्स छोड़ने का प्लान क्यों बनाया?