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जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद, आतंकी चार AK-47 लेकर भाग गए

आतंकियों की तलाश के लिए सेना का सर्च ऑपरेशन अभी चल रहा है.

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कश्मीर में सेना के जवानों की फाइल तस्वीर (Credit- India Today)

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 4 अगस्त को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गए. इंडिया टुडे से जुड़े अशरफ वानी की खबर के मुताबिक हलाण वन क्षेत्र के ऊपरी इलाके में हुई मुठभेड़ में एक आतंकी शहीद हुए जवानों की चार AK-47 राइफल लेकर भाग गए. इनकी तलाश के लिए सेना इलाके में सर्च अभियान चला रही है. 

श्रीनगर में बेस्ड सेना की चिनार कोर ने ट्वीट कर बताया,  

‘ऑपरेशन हलाण कुलगाम. कुलगाम में हलाण के ऊंचे इलाकों में आतंकियों के होने का स्पेशल इनपुट मिलने पर सुरक्षा बलों ने 4 अगस्त 2023 को ऑपरेशन शुरू किया.  आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में तीन जवानों को चोटें आईं और बाद में वे शहीद हो गए. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है.’

कश्मीर जोन पुलिस ने भी ट्वीट कर बताया,  

‘कुलगाम जिले के हलाण वन क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में मुठभेड़ शुरू हो गई है. सेना और कुलगाम पुलिस एक्टिव हैं.’

अगले ट्वीट में कश्मीर जोन पुलिस ने बताया, 

‘मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है. इलाके में सर्चिंग तेज कर दी गई है.’ 

वहीं पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, 

‘आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया और सेना ने जवाबी कार्रवाई की. गोलीबारी में सुरक्षा बलों के तीन जवान घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई’

इन्हीं अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजकर तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. बीते अप्रैल और मई में, पुंछ और राजौरी जिलों में दो अलग-अलग हमलों में सेना के दस जवान मारे गए हैं. 

370 हटने के चार साल में क्या बदला?

5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निष्प्रभावी किया गया था. इसे आज 4 साल पूरे हुए हैं. 370 हटाने के पीछे सरकार ने एक बड़ा मकसद आतंकवाद को खत्म करना भी बताया था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, आतंकी घटनाओं में कमी आई भी है. 370 हटाने के बाद से लेकर 26 जनवरी 2022 तक (ढाई साल में) जम्मू कश्मीर में कुल 541 आतंकी घटनाएं हुईं. इन हमलों में कुल 439 आतंकी मारे गए. साथ ही 98 आम नागरिकों की भी मौत हुई और सुरक्षा बलों के 109 जवान शहीद हुए. पहले ये घटनाएं काफी ज्यादा थीं. जैसे साल 2018 में 614, साल 2019 में 594 आतंकी घटनाएं रिपोर्ट की गई.

 

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