The Lallantop

J&K में नमाज पढ़ते वक्त रिटायर्ड पुलिस अधिकारी की हत्या, फारूक अब्दुल्ला ने क्या सवाल उठाया?

रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी की हत्या के बाद उनके जनाजे में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हुई. शफी जम्मू-कश्मीर में SSP रह चुके हैं.

post-main-image
जम्मू-कश्मीर में पूर्व पुलिस अधिकारी की गोली मारकर हत्या (फोटो- आजतक)

तीन दिन पहले हुए आतंकी हमले के बाद अब जम्मू-कश्मीर में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित रूप से आतंकवादियों ने उन्हें गोली तब मारी जब वो बारामुला की एक स्थानीय मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे. मृतक अधिकारी की पहचान मोहम्मद शफी मीर के रूप में हुई है. 24 दिसंबर की सुबह इस हत्याकांड के तुरंत बाद इलाके को सील कर दिया गया है. इसके बाद से ही सर्च ऑपरेशन जारी है. 

आजतक से जुड़े दाऊद शेख की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 दिसंबर की सुबह मोहम्मद शफी बारामुला के गांटमुला इलाके की एक मस्जिद में नमाज अदा करने गए थे. अज़ान पढ़ते वक्त आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी, जहां वो घायल हो गए. स्थानीय लोगों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मोहम्मद शफ़ी की हत्या के बाद उनके जनाजे में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हुई. शफी जम्मू-कश्मीर में सीनियर पुलिस अधीक्षक (SSP) रह चुके हैं.

पुलिस ने क्या बताया?

घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान जारी किया. पुलिस ने बताया,

“आतंकवादियों ने गेंटमूला में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी को गोली मार दी. जिस वक्त आतंकवादियों ने गोली मारी तब मोहम्मद शफ़ी मस्जिद में अज़ान पढ़ रहे थे. गोली लगे के बाद वो घायल हो गए. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है.”

क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?

इस घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए हमें रास्ते निकालने पड़ेंगे. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ चिल्ला-चिल्ला कर कहना कि घाटी से आंतकवाद खत्म हो गया है, वो भी इस आधार पर कि सैलानी आ रहे हैं. उन्होंने कहा, 

“अगर एक भी सैलानी पर हमला हो गया तो सारा टूरिज्म खत्म हो जाएगा. इसलिए आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सरकार को सोचना चाहिए. सिर्फ फौज और पुलिस से आतंकवाद खत्म नहीं होगा.”

ये भी पढ़ें- 'देश के लिए काम का ये इनाम मिला', पुंछ में 3 लोगों के शव मिलने पर BSF भाई ने सवाल उठाया

इस हमले पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने भी प्रतिक्रिया दी. LG ऑफिस ने 'X'अकांउट पर पोस्ट किया, 

“पूर्व पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी मीर पर मस्जिद में अजान अदा करते वक्त हुआ आंतकी हमला दुखद है. आतंकियों की ये हरकत कायरता भरी है. इस हमले के पीछे शामिल कायरों को बख्शा नहीं जाएगा. दुख की इस घड़ी में पीड़ित के परिवार को मेरी संवेदनाएं.”

बीते दिनों घाटी में बढ़ी आतंकी घटनाएं

पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में कई आतंकी घटनाएं सामने आई हैं. गुरुवार, 21 दिसंबर को राजौरी में आतंकवादियों ने सेना के एक काफिले पर हमला कर दिया. इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे. फिर, 23 दिसंबर को भी कुछ आतंकियों ने अखनूर में घुसपैठ की कोशिश की थी. इसके बाद सेना ने जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी को मार गिराया था.