जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 26 अगस्त को 44 उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट जारी की. लेकिन थोड़ी देर बाद ही पार्टी की ओर से बताया गया कि ये लिस्ट वापस ले ली गई है. बीजेपी की ओर से बताया गया कि कुछ और अपडेट के साथ इस लिस्ट को जारी किया जाएगा. बीजेपी की पहली लिस्ट में पहले चरण के लिए 15, दूसरे चरण के लिए 10 और तीसरे चरण के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया था. इसमें किश्तवाड़ से शगुन परिहार को टिकट दिया गया था. जो पूरी लिस्ट में इकलौती महिला प्रत्याशी थीं.
जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए BJP की पहली लिस्ट जारी हुई, कुछ देर बाद वापस क्यों ले ली?
BJP Candidates list Withdraws: Jammu-Kashmir में 90 सीटों के लिए 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होगा. BJP की पहली लिस्ट में 44 प्रत्याशियों के नाम थे. जिसे कुछ देर बाद वापस ले लिए गया.
इस लिस्ट की खास बात ये थी कि इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल सिंह को टिकट नहीं मिला. निर्मल सिंह ने 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. इस सीट पर भाजपा ने सतीश शर्मा को टिकट दिया था. इस पहली लिस्ट में प्रदेश BJP अध्यक्ष रवींद्र रैना का नाम भी नहीं था.
वापस हुई लिस्ट में 14 मुस्लिम, घाटी से 2 कश्मीरी पंडितवापस ली गई लिस्ट में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई देवेंद्र राणा को BJP ने नागोटा से उम्मीदवार बनाया गया था. देवेंद्र राणा नेशनल कांफ्रेंस छोड़कर BJP में शामिल हुए थे. BJP ने कश्मीर घाटी की दो सीटों से कश्मीरी पंडितों को अपना उम्मीदवार बनाया था. शंगस-अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ और हब्बाकदल से अशोक भट्ट को टिकट मिला था.
BJP की पहली लिस्ट के 44 प्रत्याशियों में से 14 मुस्लिम थे. जम्मू की पुंछ हवेली सीट से चौधरी अब्दुल गनी को उतारा गया. BJP ने कश्मीर के अनंतनाग, पंपोर, शोपियां और अनंतनाग पश्चिम से भी अपने प्रत्याशी उतारे. अनंतनाग सीट से सैयद वजाहत को टिकट दिया गया था. पंपोर से सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, राजपोरा से अर्शीद भट्ट, अनंतनाग पश्चिम से रफीक वाणी और बनिहाल से सलीम भट्ट BJP के उम्मीदवार बनाए गए थे.
जम्मू-कश्मीर का इस बार का विधानसभा चुनाव एक लिहाज़ से ऐतिहासिक है. अनुच्छेद-370 के निरस्त होने के बाद पहले विधानसभा चुनाव. तीन चरणों में वोट पड़ेगा. 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर. पहले फेज में 24 सीटों पर, दूसरे फेज में 26 सीटों पर और तीसरे फेज में 40 सीटों पर मतदान होगा. गिनती और नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
बीते लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों में से दो-दो NDA और INDIA के पाले में आई थीं. एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार ने जीती थी.
BJP की वापस ली गई पूरी लिस्ट यहां देखें
Jammu-Kashmir में 10 साल बाद चुनावइससे पहले आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे. तब BJP और PDP ने गठबंधन करके सरकार बनाई थी. 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी. इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन लगा रहा. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया.
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इसके बाद 5 अगस्त 2019 को BJP सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर और लद्दाख - में बांट दिया. इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.
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